नई दिल्ली :13 साल की उम्र में जहां बच्चे पढ़ाई कर रहे होते है तो उस उम्र में दुनिया में अपना नाम कमाना बहुत ही गर्व की बात होती है, लेकिन जिंदगी का किसी को कुछ नहीं पता रहता। महज 13 साल की उम्र में रेसिंग की दुनिया के बेताज बादशाह श्रेयस हरीश के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। जिस रफ्तार से उन्हें प्यार था उसी ने उनकी जिंदगी ले ली।जागरण की खबर के अनुसार बेंगलुरू के प्रतिभाशाली रेसर कोपाराम श्रेयस हरीश का शनिवार को चेन्नई के मद्रास इंटरनेशन सर्किट में एमआरएफ एमएमएससी एफएमएससीआई इंडियन नेशनल मोटरसाइकिल रेसिंग चैंपियनशिप के तीसरे दौर में दुर्घटना के बाद लगी चोटों के कारण मौत हो गई।
इस घटना के बाद मद्रास मोटर स्पोर्ट्स क्लब ने रविवार तक की सभी रेसों को रद्द कर दिया और रेसिंग वर्ल्ड में शोक की लहर दौड़ पड़ी।रेसिंग ट्रैक पर दुर्घटना के बाद Shreyas Hareesh की हुई मौत 26 जुलाई 2010 को जन्मे, बेंगलुरु के केन्सरी स्कूल के छात्र श्रेयस एक उभरते सितारे में से एक थे, क्योंकि उन्होंने पेट्रोनास की रूकी केटेगरी में मुकाबला करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर कई बार रेस जीती थी।
नेशनल लेवल पर श्रेयस ने टीवीएस वन-मैक चैंपियनशिप भी जीती थी, लेकिन शनिवार को पोल पोजीशन में क्ववालीफाई करने के बाद वह रेस के दौरान दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठे। टर्न-1 से बाहर निकलते समय श्रेयस बाइक से गिर गए और उनके सिर पर गंभीर चोट आई। इसके बाद रेस को रोका गया और उन्हें ट्रॉमा केयर एम्बुलेंस में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके पिता, कोप्पाराम हरीश उस समय उनके बिस्तर से पार ही थे।