ई-स्पोर्टस से युवाओं को बड़े पैमान पर रोजगार के अवसर मिलेंगे : श्री गिल
भोपाल। संचालक खेल और युवा कल्याण श्री रवि कुमार गुप्ता ने कहा है कि मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है जहाँ पर ई-स्पोर्टस अकादमी को प्रारंभ किया जा रहा है। ई-स्पोर्टस जनरेशन ज़ेड के स्किल को विकसित करने का बेहतरीन जरिया है। ई-स्पोर्टस अकादमी में युवाओं को प्रोफेशनल गेमिंग के साथ ही इससे जुड़े विभिन्न क्षेत्रों जैसे कास्टर्स (जो गेमिंग इवेन्ट की कमेन्टरी करते हैं), गेम डेव्हलपर्स, कन्टेन्ट क्रियेटर, टूर्नामेन्ट आपरेटर, कोडर्स आदि के लिये भी शिक्षित किया जायेगा। श्री गुप्ता आज टीटी नगर स्टेडियम में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
ई-स्पोर्टस गेमिंग के बिग बेंग मीडिया बेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के को-फाउंडर और सीईओ श्री रवनीत गिल ने कहा कि वर्तमान में गेमिंग इण्डस्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी इण्डस्ट्री है। रिसर्च के अनुसार गेमिंग निर्णय लेने की और परिणात्मक क्षमता को विकसित करने में मददगार माना गया है। मध्यप्रदेश ने खेलों के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने ई-स्पोर्टस को बढ़ावा देने का जो निर्णय लिया है, वह सराहनीय है। श्री गिल ने बताया कि ई-स्पोर्टस अब एशियन गेम्स और कॉमन वेल्थ गेम्स में शामिल किया गया है।
एशियन गेम्स में 24 पदक और कॉमन वेल्थ गेम्स में 18 पदक के लिये ई-स्पोर्टस एथलीट अपना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि तेजी से डिजिटल होती दुनिया में प्रौद्योगिकी की समझ ही शिक्षा का भविष्य है। गेमिंग युवाओं को विज्ञान की व्यवहारिकता के साथ कोडिंग, डेटा साइंस, डेटा एनालिटिक्स, वेब डिजाइनिंग सीखने का मौका प्रदान करेगा।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में ई-स्पोर्टस की पहली अकादमी प्रारंभ की जा रही है। इसके लिये एक अगस्त से जूनियर ई-स्पोर्टस चैम्यिनशीप की शुरूआत की गई है। इस चैम्पियनशिप के चयनित खिलाड़ी को अकादमी में शामिल किया जायेगा। ई-स्पोर्टस चैम्पियनशिप के लिये लगभग 43 हजार युवाओं ने पंजीयन कराया था, जिसमें 31 हजार युवा मध्यप्रदेश के हैं।