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Monday, November 25, 2024

प्रणय को मिला वर्ल्ड चैलेंज जम्पिंग में ‘बी’ और एशिया में पहला रैंक

भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य घुड़सवारी अकादमी के प्रतिभावान घुड़सवार प्रणय खरे ने वर्ल्ड चैलेंज जम्पिंग  (कैट बी) में एशिया में पहला  तथा वल्र्ड रैंकिंग में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। प्रणय ने जोन नाइन (इंडोनेशिया, सिंगापुर और भारत जैसे देश शामिल) में भी प्रथम स्थान अर्जित कर देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया है।  इस श्रेणी में यह उपलब्धि हासिल करने वाले प्रणय खरे ने पहले भारतीय घुड़सवार होने का गौरव प्राप्त किया है। प्रणय खरे को हासिल इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संचालक खेल और युवा कल्याण डाँ. एस. एल. थाउसेन ने प्रणय को बधाई दी है। उन्होंने  प्रणय खरे के शानदार प्रदर्शन की सराहना की है।

प्रणय की उड़ान

मध्य प्रदेश की घुड़सवारी अकादमी के प्रतिभावान खिलाड़ी प्रणय खरे ने  अब तक कुल  63 स्वर्ण, 40 रजत एवं 30 कांस्य सहित 133 पदक अर्जित किये हैं। इसके तहत अंतरराष्ट्रीय इक्विस्ट्रियन चैम्पियनशिप में 5 पदक, सीनियर नेशनल इक्विस्ट्रियन चैम्पियनशिप में 7 पदक तथा जूनियर नेशनल इक्विस्ट्रियन चैम्पियनशिप में 20 पदक प्राप्त किए हैं। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रणय ने 16 स्वर्ण, 10 रजत एवं 6 कांस्य सहित  कुल  32 पदक  जीतकर मध्य प्रदेश  को गौरवान्वित किया है। इसके अलावा रीजनल इक्विस्ट्रीयन लीग, इक्विस्ट्रीयन प्रीमीयर लीग एवं हॉर्स शो में भी प्रणय के नाम 101 पदक  हैं।

इसके साथ ही प्रणय खरे को 2015 में एकलव्य अवॉर्ड, दिल्ली हॉर्स शो में बेस्ट राइडर ट्रॉफी,  इक्विस्ट्रीयन प्रीमीयर बंगलोर में आयोजित जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में लगातार दो वर्षों से बेस्ट राइडर ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।

जूनियर एशियन इक्विस्ट्रीयन शो जम्पिंग चैम्पियनशिप चायनीज ताईपे (ताईवान) में आयोजित घुड़सवारी प्रतियोगिता में प्रणय ने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए पाँचवा एवं नौवाँ स्थान प्राप्त किया।

मध्यप्रदेश घुड़सवारी अकादमी के पहले और सबसे कम उम्र के विक्रम अवार्ड पाने वाले खिलाड़ी का गौरव भी प्रणय खरे को हासिल हुआ है। प्रणय खरे डी.पी.एस. स्कूल नीलबड में कक्षा बारहवीं में अध्ययनरत हैं।

घुड़सवारी अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक कैप्टन भागीरथ के मार्गदर्शन में  प्रशिक्षणरत प्रणय का अगला लक्ष्य वर्ष 2022 में होने वाले एशियाई खेलों में शामिल होकर अपने देश के लिए पदक अर्जित करना है।

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