भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने जूनियर महिला एशिया कप 2023 के रोमांचक सेमीफाइनल में शनिवार को मेजबान जापान को 1-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस गलाकाट प्रतियोगिता में सुनेलीपा टोप्पो ने 47वें मिनट में मैच का एकमात्र गोल किया, जो भारत की जीत में निर्णायक साबित हुआ। भारत ने 2021 के बाद पहली बार जूनियर महिला एशिया कप के फाइनल में जगह बनाई है, जहां उसका सामना रविवार को कोरिया से होगा। इस जीत की मदद से भारत ने नवंबर-दिसंबर में होने वाले एफआईएच जूनियर महिला विश्व कप के लिये भी क्वालीफाई कर लिया।
एक दशक बाद फाइनल में पहुंचने की उम्मीद लेकर उतरी भारतीय टीम ने पहले मिनट से ही आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन जापान के रक्षण को भेदना उसके लिये आसान नहीं रहा। जापान ने न सिर्फ डिफेंस में मजबूती दिखाई, बल्कि कुछ देर बाद ही भारत पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। मेजबान टीम को 13वें और 14वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर प्राप्त हुए लेकिन भारत ने उसे खाता खोलने का मौका नहीं दिया।
पहला क्वार्टर गोलरहित गुजरने के बाद अगले 15 मिनटों में दोनों टीमों ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। जापान दो बार गोल करने के करीब भी आया लेकिन भारतीय गोलकीपर माधुरी किंदो ने शानदार रक्षण से उसके दोनों प्रयास विफल किये। दोनों टीमें इस क्वार्टर में भी पेनल्टी कॉर्नरों को गोल में नहीं बदल सकीं और हाफ टाइम तक स्कोर 0-0 रहा। जापान ने तीसरे क्वार्टर में गेंद को अपने कब्ज़े में रखने की योजना बनायी। इस योजना के दम पर जापान को 34वें और 36वें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, हालांकि वह अपना खाता नहीं खोल सका। जापान की असफलता के बाद भारतीय लड़कियों ने मैच पर सहसा पकड़ मजबूत कर ली।
भारत ने जापान पर लगातार दबाव बनाते हुए 38वें मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर और एक पेनल्टी स्ट्रोक अर्जित किया। जापान ने इन मौकों पर गोल नहीं होने दिये, लेकिन भारत ने आक्रामक खेल जारी रखते हुए 39वें और 43वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये। जापान ने लगातार मजबूत डिफेंस का प्रदर्शन किया, लेकिन 47वें मिनट में सुनेलीता टोप्पो ने फील्ड गोल करके आखिरकार उसका रक्षण भेद दिया। बढ़त मिलने के बाद भारत ने गेंद को अपने कब्ज़े में रखने पर ध्यान दिया। नतीजतन, मेजबान जापान एक गोल से हारकर एशिया कप से बाहर हो गयी।भारत और कोरिया के बीच फाइनल रविवार को भारतीय समयानुसार अपराह्न 2:30 बजे खेला जायेगा।