नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में 30 साल की उम्र के बाद खिलाड़ी को बूढ़ा बताया जाने लगता है। उसके टीम में रहने के दिन गिने जाने लगते हैं। 30 पर यह बातें शुरू होती हैं और 33 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते और जोर पकड़ लेती हैं। 35 वर्ष के बाद बहुत कम क्रिकेटर टीम में बने रहते हैं, लेकिन सूर्यकुमार यादव के मामले में कहानी थोड़ी उलट है। टी20 क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने 30 साल की उम्र में डेब्यू किया।
33 साल की उम्र में वह कप्तान बने। 2026 में अगला टी20 वर्ल्ड कप होना है। तब वह 35 साल के होंगे। सबकुछ ठीक रहा तो वह भारतीय टीम की कप्तानी भी करते दिखेंगे। एक दौर था जब सूर्यकुमार यादव घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते थे। आईपीएल में धुआंधार बैटिंग करते थे। इसके बाद टीम में नहीं चुने जाते थे। नाम न आने पर खिलाड़ी के परिवारवालों से लेकर फैंस तक हर कोई हैरान रह जाता था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक इंटरव्यू में सूर्या ने कहा था, “मेरे पिताजब भी इंडिया ए टीम की घोषणा होती है वेबसाइट चेक करते हैं। वे मुझे फोन करते हैं और बताते हैं कि तुम्हारा नाम उसमें नहीं है। मैं उनसे कहता हूं कि कोई समस्या नहीं है।” सूर्या ने 30 साल की उम्र में डेब्यू किया। इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। केवल 3 साल में ही वह शिखर पर पहुंच गए।
सूर्यकुमार यादव के T20I करियर की 7 बड़ी बातें
30 साल की उम्र – टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू।
31 साल की उम्र – पहला टी20 इंटरनेशनल शतक।
32 साल की उम्र – नंबर 1 टी20 इंटरनेशनल बल्लेबाज।
32 साल की उम्र – टी20 इंटरनेशनल में 900 रेटिंग पॉइंट तक पहुंचने वाले पहले एशियाई क्रिकेटर।
32 साल की उम्र – आईसीसी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द ईयर (पहली बार)।
33 साल की उम्र – आईसीसी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द ईयर (दूसरी बार)।
33 साल की उम्र – टी20 इंटरनेशनल कप्तान।