हांगझोऊ। हांगझोऊ में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने स्वर्ण पदक जीत लिया है। फाइनल यानी स्वर्ण पदक के मुकाबले में भारत ने श्रीलंका के सामने 117 रन का लक्ष्य रखा था। भारत ने 20 ओवर में सात विकेट गंवाकर 116 रन बनाए। स्मृति मंधाना ने सबसे ज्यादा 46 रन की पारी खेली। वहीं, जेमिमा रोड्रिग्स ने 42 रन बनाए।
जवाब में श्रीलंकाई टीम 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 97 रन ही बना सकी। भारत के लिए तितास साधु ने तीन विकेट और राजेश्वरी गायकवाड़ ने दो विकेट लिए। इस तरह टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबला 19 रन से जीत लिया और सोना अपने नाम किया। वहीं, तीसरे स्थान के लिए मैच में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।
भारतीय पारी
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही थी। शेफाली वर्मा 15 गेंदों में नौ रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद स्मृति ने जेमिमा के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को रानावीरा ने तोड़ा। उन्होंने मंधाना को आउट किया। मंधाना ने 45 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की मदद से 46 रन की पारी खेली।
वहीं, ऋचा घोष नौ रन, दो मैचों के प्रतिबंध के बाद टीम में वापसी कर रहीं कप्तान हरमनप्रीत कौर दो रन, पूजा वस्त्राकर दो रन बनाकर आउट हुईं। जेमिमा रोड्रिग्स ने 40 गेदों में पांच चौके की मदद से 42 रन की पारी खेली। दीप्ति और अमनजोत एक-एक रन बनाकर नाबाद रहीं। श्रीलंका की ओर से उदेशिका प्रबोधनी, सुगंदिका कुमारी और इनोका रानावीरा ने दो-दो विकेट लिए।
जवाब में श्रीलंका की टीम की शुरुआत भी खराब रही थी। तितास साधु ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए चमारी अटापट्टू (12), अनुष्का संजीवनी (1) और विश्मी गुणारत्ने (0) को पवेलियन भेजा। इसके बाद हसिनी परेरा और निलाक्षी डि सिल्वा ने चौथे विकेट के लिए 36 रन की साझेदारी निभाई। पूजा ने निलाक्षी (23) को आउट कर साझेदारी को तोड़ा।
राजेश्वरी ने हसिनी (25) को आउट किया। दीप्ति ने ओशादी राणासिंघे (19), देविका वैद्य ने कविशा दिलहारी (5) और राजेश्वरी ने सुगंदिका कुमारी को आउट कर श्रीलंका की उम्मीदों को समाप्त कर दिया। भारत की ओर से तितास ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। वहीं, राजेश्वरी को दो विकेट मिले। दीप्ति, पूजा और देविका को एक-एक विकेट मिला।