नई दिल्ली। अब तक तीन बार वनडे विश्व कप का आयोजन एशियाई धरती पर हुआ है और हर बार टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रही है। इस दौरान एक बार भारत फाइनल में पहुंचा है और खिताब जीतने में भी सफल रहा है। वनडे विश्व कप 2023 की शुरुआत पांच अक्तूबर को भारत के अहमदाबाद स्टेडियम में होगी। पहला मैच गत चैंपियन इंग्लैंड और उपविजेता न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। यह चौथा मौका है, जब वनडे विश्व कप का आयोजन एशियाई धरती पर हो रहा है। इससे पहले तीन बार एशिया में वनडे विश्व कप खेला गया है और भारतीय टीम हर बार सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रही है। एक बार टीम इंडिया ने फाइनल में जगह बनाई और खिताब भी अपने नाम किया है। आइए जानते हैं, एशिया में होने वाले विश्व कप में किस टीम ने कैसा प्रदर्शन किया है।
1987 विश्व कप
साल 1987 में पहली बार वनडे विश्व कप का आयोजन एशियाई धरती पर हुआ। भारत और पाकिस्तान ने मिलकर टूर्नामेंट की मेजबानी की। दोनों टीमें सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहीं। हालांकि, दोनों को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। भारत को इंग्लैंड और पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार झेलनी पड़ी। खिताबी मुकाबला इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने सात रन के अंतर से मैच जीता और पहली बार खिताब अपने नाम किया। सबसे ज्यादा 471 रन इंग्लैंड के ग्राहम गूच ने बनाए थे, जबकि सबसे ज्यादा 18 विकेट ऑस्ट्रेलिया के क्रैग मैकडरमॉट ने लिए थे।
1996 विश्व कप
साल 1996 में दूसरी बार वनडे विश्व कप का आयोजन एशियाई धरती पर हुआ। इस बार भारत और पाकिस्तान के साथ श्रीलंका को भी सह मेजबान बनाया गया था। भारत और श्रीलंका की टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही थीं, लेकिन पाकिस्तान का सफर इससे पहले ही खत्म हो गया था। एक बार फिर भारत को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। यह मैच पूरा नहीं हो सका और दर्शकों के बवाल के चलते श्रीलंकाई टीम फाइनल में पहुंच गई। फाइनल मैच श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ। श्रीलंकाई टीम ने सात विकेट से जीत हासिल की। सबसे ज्यादा 523 रन सचिन तेंदुलकर ने बनाए। वहीं, सबसे ज्यादा विकेट 15 विकेट अनिल कुंबले ने लिए।
2011 विश्व कप
2011 में तीसरी बार वनडे विश्व कप का आयोजन एशिया में हुआ। इस बार भारत के साथ श्रीलंका और बांग्लादेश सह मेजबान थे। भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। भारत ने पाकिस्तान और श्रीलंका ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई। खिताबी मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को छह विकेट से हराकर दूसरी बार विश्व कप अपने नाम किया। सबसे ज्यादा 21 विकेट जहीर खान और शाहिद अफरीदी ने लिए। वहीं, सबसे ज्यादा 500 रन तिलकरत्ने दिलशान ने बनाए।
अब चौथी बार वनडे विश्व कप का आयोजन एशिया में हो रहा है। ऐसे में पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भारतीय टीम आसानी से सेमीफाइनल में जगह बना लेगी। इसके बाद भारत के लिए मुश्किलें आ सकती हैं। क्योंकि, पिछले कुछ आईसीसी टूर्नामेंट में भारतीय टीम नॉकआउट मुकाबलों में हारकर बाहर होती रही है। इस बार टीम इंडिया को इस कमजोरी से पार पाना होगा।
जब भी विश्व कप का आयोजन एशिया में हुआ है, तब एशिया की कम से कम दो टीमें सेमीफाइनल तक पहुंची हैं। वहीं, 2011 में तो तीन एशियाई टीमें सेमीफाइनल में पहुंची थीं। ऐसे में इस बार भी विश्व कप में एशियाई टीमों का दबदबा रहने की उम्मीद है और टीम इंडिया को चैंपियन बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।