मुंबई.
हेनरिक क्लासेन ने इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को यहां विश्व कप मैच में विषम परिस्थितियों में 67 गेंदों में 109 रन की मैच विजयी पारी को अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक करार दिया। क्लासेन के शतक ने इंग्लैंड ने सात विकेट पर 399 रन बनाये और फिर इंग्लैंड की पारी को 170 रन पर समेट कर 229 रन से जीत दर्ज की।
मैन ऑफ द मैच क्लासेन ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘यह मेरा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (शतक) है। परिस्थितियां बहुत मुश्किल थीं। इतनी गर्मी थी कि सारी ऊर्जा खत्म हो गई। मुझसे कहा गया कि मैं दौड़ कर ज्यादा रन नहीं बनाउं और अपनी ऊर्जा बचाकर रखूं ।'' क्लासेन और मार्को यानसेन ने छठे विकेट के लिए 151 रन जोड़े। यह वनडे में इस विकेट के लिए दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। उन्होंने जिसने हैंसी क्रोन्ये और शॉन पोलक के बीच 137 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया।
क्लासेन ने कहा कि यानसेन (42 गेंद में नाबाद 75 रन और दो विकेट) अपने हरफनमौला खेल के लिए 'मैन ऑफ द मैच' खिताब के दावेदार थे। उन्होंने कहा, ‘‘यानसेन ने आज अलग स्तर का प्रदर्शन किया। उसने मेरी पारी में मदद की और उसे यह पुरस्कार मिलना चाहिए था। उसके रन बहुत महत्वपूर्ण हैं।''
दक्षिण अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान एडेन मार्कराम ने भी क्लासेन की पारी की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘पांचवें क्रम पर क्लासेन और छठे क्रम पर (डेविड) मिलर की मौजूदगी काफी खतरनाक है। हम काफी समय से एक साथ खेल रहे है। उसे बड़े मंच पर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए देख कर बहुत अच्छा लगता है।'' मार्कराम ने कहा कि नीदरलैंड के खिलाफ उनकी हार 'दुखद' थी। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टीम की वापसी की प्रशंसा की।
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार को निराशाजनक बताया और कहा कि उन्हें पहले बल्लेबाजी करना चाहिए था। बटलर ने कहा, ‘‘यह हार अविश्वसनीय रूप से निराशाजनक है। हम अच्छा खेलने की उम्मीद के साथ आए थे लेकिन उनसे काफी पीछे रह गए और बुरी तरह हार गए।'' इंग्लैंड की टीम इस मैच में तीन बदलाव के साथ आयी थी लेकिन बटलर से इसका बचाव किया। उन्होंने कहा, ‘‘टीम में बदलाव कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। गेंदबाजी के दौरान हमारी योजनाएं कारगर नहीं रही। रीस टॉपली चोटिल हो गये और हमें पता नहीं था कि वह वापसी करेंगे या नही।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगा था कि उन्हें 340-350 रन तक रोक देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस पिच पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला शायद गलत था।''