नई दिल्ली: वानखेड़े स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का फाइनल रोमांचक मोड़ पर है। किसी ने नहीं सोचा था कि मुंबई के सामने पहली पारी में 105 रन पर आउट होने वाले विदर्भ की टीम आखिरी दिन तक मैच को खींच ले जाएगी। पांचवें दिन लंच ब्रेक तक टीम ने 5 विकेट पर 333 रन बना लिए। उसे जीत के लिए 205 रन और चाहिए। कप्तान अक्षय वाडेकर 92 और हर्ष दुबे 57 रन बनाकर क्रीज पर हैं। दोनों के बीच 110 रन की साझेदारी हो गई है। रणजी ट्रॉफी का फाइनल का विजेता कौन बनेगा फिलहाल कहना मुश्किल है। हालांकि, मुंबई का पलड़ा भारी है। उसे सिर्फ 5 विकेट ही चाहिए, लेकिन अजिंक्य रहाणे की अगुआई वाली टीम के लिए चिंता की बात यह है कि 5वें दिन पहले सत्र में एक भी विकेट नहीं गिरा। 33 ओवर का खेल हुआ और 85 रन बने। विकेट गिरने के बाद विदर्भ की चुनौती बढ़ सकती है, क्योंकि इसके बाद कुछ खास बल्लेबाजी नहीं है।
अक्षय वाडेकर और हर्ष दुबे पूरे सत्र में काफी कम परेशानी में दिखे
अक्षय वाडेकर और हर्ष दुबे पूरे सत्र में काफी कम परेशानी में दिखे। वह ठोस और डीफेंसिंव क्रिकेट खेलते रहे। दुबे ने कभी-कभार अटै किया और शानदार 50 रन बनाए। मुशीर खान की गेंद पर उन्हें एक बार एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया, लेकिन रिव्यू से बच गए। गेंद ने बल्ले का किनारा लिया था। वानखेड़े की पिच अच्छा खेल रही है। पांचवां दिन होने पर भी यह बल्लेबाजी की अच्छी दिख रही है। स्पिनर्स गेंद थोड़ी अतिरिक्त उछाल ले रही है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।
विदर्भ की बल्लेबाजी
रणजी ट्रॉफी के फाइनल में अभी 2 सत्र बाकी है। कम से कम 60 ओवर का खेल होना तय है। विदर्भ की टीम को विजेता बनने के लिए 205 बनाने होंगे। मैच ड्रॉ होने पर मुंबई पहली पारी में बढ़त के आधार पर चैंपियन बन जाएगी। विदर्भ की बल्लेबाजी की बात करें तो ओपनर अथर्व तायडे ने 32 और ध्रुव शौर्य ने 28 रन बनाए। इसके अलावा अमन मोखड़े ने 32 रन बनाए। करुण नायर ने 74 रन की शानदार पारी खेली। इसके अलावा यश राठौड़ 7 रन बनाकर आउट हुए। मुंबई के लिए तनुष कोटियान और मुशीर खान ने 2-2 विकेट लिए हैं। शम्स मुलानी को 1 विकेट मिला है।