नई दिल्ली: आईपीएल के इतिहास की दो सबसे सफल टीमें मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच वानखेड़े स्टेडियम पर मुकाबला होगा। चेन्नई सुपर किंग्स पहली बार मुंबई में धोनी की कप्तानी के बिना खेलेगी। नवंबर 2005 के बाद किसी भी टीम के साथ सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर वह यहां पहली बार खेलेंगे। 42 वर्ष की उम्र में भी विकेट के पीछे धोनी कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं और खेल की उनकी समझ का कोई सानी नहीं।
चेन्नई को उम्मीद है कि बाहरी मैदान पर इस सत्र में खराब रिकॉर्ड सुधारने में धोनी का रणनीतिक कौशल काम आयेगा। मुंबई के खिलाफ पिछले पांच मैचों में चेन्नई ने चार जीते हैं। पांच-पांच बार आईपीएल खिताब जीत चुकी टूर्नामेंट की दो सबसे कामयाब टीमों के कप्तान इस बार बदले हैं। मुंबई ने रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पंड्या को कप्तान बनाया जबकि चेन्नई की कमान धोनी ने रुतुराज गायकवाड़ को दी। इसके बावजूद दोनों टीमों की मैदानी प्रतिद्वंद्विता जस की तस रहने की उम्मीद है।
चाहर की हो सकती है वापसी
चेन्नई के गेंदबाजों ने चेपॉक की धीमी पिच पर अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन सपाट और बल्लेबाजों की मददगार पिचों पर अभी तक उनकी परीक्षा नहीं हुई है। चेन्नई की प्लेइंग इलेवन में फिट रहने पर दीपक चाहर के साथ ही मथीशा पथिराना की वापसी हो सकती है। ऐसे में शार्दुल ठाकुर और तीक्षाणा को बाहर होना पड़ सकता है। वहीं मुंबई इंडियंस बिना किसी बदलाव के मैदान पर आ सकती है।