नई दिल्ली : बटलर ने कहा कि उन्होंने आईपीएल में अजीब चीजें होते देखी हैं। उन्होंने कहा कि विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर ही वह कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अकेले दम पर टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने में टीम की मदद करने में सफल रहे।
आईपीएल 2024 के 31वें मैच में राजस्थान रॉयल्स ने लीग के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर चेज किया। उन्होंने 224 रन चेज कर अपने ही एक पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की। आरआर के लिए चेज में सबसे अहम भूमिका जोस बटलर ने निभाई। उन्होंने 60 गेंदों में नौ चौके और छह छक्के की मदद से 107 रन की नाबाद पारी खेली और अपनी इस पारी से सुनील नरेन के 109 रनों को फीका कर दिया।
यह पहली बार नहीं है जब बटलर ने शानदार तरीके से मैच जिताया हो। इससे पहले इसी सीजन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ भी बटलर ने चेज करते हुए शतक लगाया था और टीम को जीत दिलाई थी। वह रन चेज करते हुए आईपीएल में तीन शतक जड़ चुके हैं। मैच के बाद बटलर ने महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को खुद के दबाव वाली स्थिति में बल्लेबाजी करने के कौशल का श्रेय दिया।
बटलर ने कहा कि उन्होंने आईपीएल में अजीब चीजें होते देखी हैं। उन्होंने कहा कि विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर ही वह कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अकेले दम पर टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने में टीम की मदद करने में सफल रहे।
बटलर के नाबाद 107 रन की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने मंगलवार रात नाइट राइडर्स को दो विकेट से हराया। बटलर को पारी के अंत में चलने में भी दिक्कत हो रही थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। रिकॉर्ड 224 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल्स का स्कोर 13वें ओवर में छह विकेट पर 121 रन था, जिसके बाद बटलर ने पासा पलट दिया।
बटलर ने मैच के बाद कहा, ‘खुद में विश्वास कायम रखना, यही सफलता की असली कुंजी है। मैं लय के लिए थोड़ा संघर्ष कर रहा था। कभी-कभी आप निराश महसूस करते हैं या आप खुद से सवाल कर रहे होते हैं। मैं खुद से कहता हूं कि ठीक है, आगे बढ़ते रहो और शांत रहने की कोशिश करो। ऐसा करके आप अपनी लय वापस पा लेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘पूरे आईपीएल में कई बार आपने अजीब चीजें होते देखी हैं। धोनी और कोहली जैसे खिलाड़ी, जिस तरह से वे अंत तक टिके रहते हैं और खुद पर विश्वास कायम रखते हैं, मैंने भी ऐसा ही करने की कोशिश की। आपने आईपीएल में इन दोनों को कई बार खुद पर विश्वास करते हुए मैच जिताते हुए देखा होगा। मैं भी वही करने की कोशिश कर रहा हूं।’
बटलर ने कहा- यह कुछ ऐसा है जो कुमार संगकारा ने मुझे कई बार बताया है। जब आप अपना सर्वश्रेष्ठ महसूस नहीं कर रहे हों तो सबसे बुरी चीज जो आप कर सकते हैं वह है उससे लड़ना और मुद्दे को तूल देने की कोशिश करना और अपना विकेट गंवा देना। संगकारा मुझे बस विकेट पर रुकने के लिए कहते हैं। उनका कहना है कि किसी ने किसी स्थिति में आपके रन बनाने कि गति बदल जाएगी या आप अपनी लय पा लेंगे या एक शॉट आपको आगे बढ़ने पर मजबूर कर देगा
बटलर ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में यह मेरे खेल का एक बड़ा हिस्सा रहा है। अपने बेसिक्स पर बने रहने की कोशिश करें और इस रास्ते में मैं खुद के लिए मुश्किलें खड़ी न करूं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या यह उनकी सबसे बड़ी आईपीएल पारी है? बटलर ने कहा- मुझे ऐसा लगता है।’
बटलर ने कहा, ‘जब आप अंत तक नॉटआउट रहते हैं और अपनी टीम को बड़े रन-चेज में जीतते हुए देखते हैं, खासकर आखिरी गेंद पर, तो यह बहुत संतोषजनक होता है।’ धोनी और कोहली दोनों ने मौजूदा टूर्नामेंट में कुछ रोमांचक पारियां खेली हैं। हालांकि, ऑरेंज कैप की रेस में सबसे आगे चल रहे कोहली को उनकी टीम से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला जिससे उन्होंने अधिकतर मैच गंवाए हैं।
मैच की बात करें तो कोलकाता ने छह विकेट पर 223 रन का स्कोर बनाया। नरेन के अलावा अंगकृश रघुवंशी ने 18 गेंद में 30 रन और रिंकू सिंह ने नौ गेंद में 20 रन की नाबाद पारी खेली। राजस्थान की ओर से आवेश और कुलदीप सेन ने दो-दो विकेट लिए। जवाब में राजस्थान की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। आखिरी छह ओवर में राजस्थान को 96 रन की जरूरत थी। बटलर एक समय 33 गेंद पर 42 रन बनाकर खेल रहे थे।
17वें ओवर में रोवमन पॉवेल ने सुनील नरेन की गेंद पर दो छक्के और एक चौका लगाकर मैच पलट दिया। हालांकि, वह उसी ओवर में आउट भी हो गए, लेकिन उनकी पारी का मतलब यह था कि राजस्थान को आखिरी 18 गेंदों पर 46 रन की जरूरत थी। बटलर ने इन आखिरी 46 रन में से 42 रन बनाए और टीम को जीत दिलाई। 18वें ओवर में राजस्थान ने 18 रन, 19वें औवर में 19 रन और 20वें ओवर में नौ रन बनाए। बटलर को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।