नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 में संघर्षरत मुंबई इंडियंस के वरिष्ठ सदस्यों ने कप्तान हार्दिक पंड्या के नेतृत्व में टीम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। दस टीमों की इस प्रतियोगिता में 9वें स्थान पर रहने के कारण मुंबई इंडियंस का भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को हटाने का फैसला हार्दिक पंड्या के लिए लोकप्रिय नहीं रहा है। सीजन की शुरुआत में उन्हें मैच के दौरान प्रशंसकों द्वारा बार-बार चिढ़ाया जाता था। इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि मुंबई इंडियंस के प्रमुख खिलाड़ियों ने हाल ही में कोचिंग स्टाफ को बताया कि ड्रेसिंग रूम में चर्चा की कमी थी और इसका कारण हार्दिक की नेतृत्व शैली थी। मुंबई इंडियंस के एक पदाधिकारी ने बताया, ‘यह नेतृत्व का संकट नहीं है, बल्कि इस बात का संकेत है कि जो टीम पिछले 10 वर्षों से रोहित की कप्तानी की आदी थी, वह अब भी नेतृत्व परिवर्तन के साथ तालमेल बिठा रही है। नेतृत्व परिवर्तन देखने वाली टीम के लिए ये नियमित शुरुआती समस्याएं हैं। खेलों में ऐसा हमेशा होता रहता है।’
जानकार लोगों ने बताया कि खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ एक मैच के बाद मिले थे। बैठक का हिस्सा बनने वाले भारतीय सितारों में मुंबई इंडियंस के पुराने खिलाड़ी रोहित, सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह शामिल थे। भोजन के दौरान, उन्होंने अपने विचार रखे और टीम के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के कारणों की ओर इशारा किया। यह भी पता चला है कि बाद में कुछ वरिष्ठों और टीम प्रबंधन प्रतिनिधियों के बीच भी बातचीत हुई।
हार्दिक पंड्या ने दिल्ली कैपिटल्स से हार के बाद मैच के बाद अपनी टिप्पणी में कथित तौर पर ‘मैच जागरुकता’ की कमी के लिए टीम के शीर्ष स्कोरर तिलक वर्मा पर अंगुली उठाई थी। हार्दिक ने ब्रॉडकास्टर्स से कहा था, ‘जब अक्षर पटेल (डीसी गेंदबाज) बाएं हाथ के बल्लेबाज (तिलक वर्मा) को गेंदबाजी कर रहे थे तो उनको टारगेट करना बेहतर विकल्प हो सकता था। मुझे लगता है कि यह बस खेल के प्रति थोड़ी जागरुकता की कमी थी जिस कारण हम चूक गए। नतीजा यह हुआ कि इसके कारण हमें मैच गंवाना पड़ा।’
टीम की विफलता के लिए एक खिलाड़ी को दोषी ठहराना ड्रेसिंग रूम में अच्छा नहीं लगा। कुछ क्रिकेट विशेषज्ञों ने संकेत दिए हैं कि इस सीजन मुंबई इंडियंस में कुछ गड़बड़ है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने तो यहां तक कह दिया था कि फ्रेंचाइजी गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है।
माइकल क्लार्क ने कहा था, ‘मुझे लगता है कि उस चेंजिंग रूम के अंदर अलग-अलग समूह हैं और कुछ काम नहीं कर रहा है। वे एक साथ मेल नहीं खा रहे हैं, वे एक टीम के रूप में नहीं खेल रहे हैं।’ मुंबई इंडियंस के पदाधिकारियों ने कहा कि फ्रेंचाइजी हर साल की तरह सीजन का जायजा लेगी और जरूरत पड़ने पर टीम के भविष्य पर फैसला लेगी।