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Sunday, April 20, 2025

Paris Olympics के लिए क्वालिफाई करने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष पहलवान अमन सहरावत की बढ़ी परेशानी

नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष पहलवान अमन सहरावत इस बात से नाखुश हैं कि खेलों की तैयारी पर अपना ध्यान लगाने की जगह उन्हें अब भी एक और ट्रायल के लिए वजन घटाने के बारे में चिंता करनी होगी। अंडर-23 विश्व चैंपियन 20 साल के अमन ने हाल में इस्तांबुल में विश्व क्वालिफायर के जरिए पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया। भारत के पुरुष पहलवानों ने 11 और वजन वर्ग में चुनौती पेश की, लेकिन उनमें से कोई क्वालिफाई नहीं कर पाया।

अमन ने कहा- मुझे कई बार अपना वजन कम करना पड़ा है। मुझे कब तक ऐसा करना होगा? इससे काफी कमजोरी आती है। मुझे समझ नहीं आता कि मैं अब दोबारा ट्रायल जीतने के बारे में सोचूं या ओलंपिक की तैयारी शुरू करूं । मुझे लगता है कि अगर मुझे दोबारा ट्रायल से गुजरने को कहा जाता है तो ओलंपिक के लिए अच्छी तैयारी नहीं कर सकूंगा। ट्रायल के खत्म होने तक ओलंपिक बेहद करीब होगा तो फिर हम तैयारी कब शुरू करेंगे? मेरे नजरिए से ट्रायल नहीं होने चाहिए। एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता और एशियाई चैंपियनशिप के विजेता अमन को विश्वास है कि वह खेलों में पदक के दावेदार होंगे। उन्होंने कहा- मैं खुद को दुनिया में शीर्ष तीन में देखता हूं। रूस और अल्बानिया के पहलवान मजबूत हैं और उनके साथ करीबी मुकाबला होगा, अन्य को मैं संभाल सकता हूं।

अमन 2023 विश्व चैंपियनशिप में अल्बानिया के जेलिमखान अबाकारोव से हार गए थे जहां सर्बिया के स्टीवन एंड्रिया मिसीसी चैंपियन बने थे। रूस के दो बार के विश्व चैंपियन जावुर उगुएव भी मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेलों के स्वर्ण पदक मुकाबले में रवि दहिया को हराया था। जब भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ट्रायल आयोजित करेगा तो संभवत: अमन को रवि को हराना होगा। रवि और सोनीपत में आयोजित अंतिम ट्रायल में पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग के शीर्ष तीन पहलवानों को एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करनी होगी और उसका विजेता कोटा हासिल करने वाले अमन के साथ मुकाबला करेगा।

दस साल की उम्र में छत्रसाल स्टेडियम से जुड़ने वाले अमन ने कहा- अगर ये ट्रायल नहीं होते तो मैं ट्रेनिंग के लिए रूस जा चुका होता। यह बेहतर होगा कि मैं रूस में अच्छे पहलवानों के साथ ट्रेनिंग करूं। मुझे लगता है कि मैंने भारत में पर्याप्त ट्रेनिंग की है और अब समय है कि मैं अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ ट्रेनिंग करूं। अमन का कहना है कि सिर्फ वजन घटाना ही समस्या नहीं है। उन्होंने कहा- उबरना भी काफी महत्वपूर्ण होता है। अगर दोबारा ट्रायल हुए तो ट्रायल, वजन घटाना और उबरने की प्रक्रिया में ओलंपिक से पहले काफी समय खराब हो जाएगा।

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