नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने कहा कि भारतीय टीम को विदेशी कोच की की जरूरत नहीं है। इसके बजया देश की प्रतिभाओं पर भरोसा करना चाहिए। इसके लिए उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच चंद्रकांत पंड़ित का नाम लिया। गौतम गंभीर इस टीम के मेंटर हैं। पटेल की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) सीनियर मेंस टीम के मुख्य कोच पद के लिए संभावित उम्मीदवारों से संपर्क कर रहा है। भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ का अनुबंध जून में टी20 विश्व कप के बाद खत्म हो जाएगा। बीसीसीआई ने शीर्ष पद के लिए आवेदन मांगे हैं। इस भूमिका के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 मई निर्धारित की गई है।
द्रविड़ की इस भूमिका के लिए दोबारा आवेदन करने की संभावना नहीं होने के कारण कुछ विदेशी नामों पर विचार किया गया है, जिनमें स्टीफन फ्लेमिंग, टॉम मूडी, रिकी पोंटिंग और जस्टिन लैंगर शामिल हैं। इस बीच पार्थिव पटेल ने 16 से 28 अगस्त के बीच टेक्सस के मूसा स्टेडियम में होने वाले लेजेंड्स इंटरकॉन्टिनेंटल टी-20 लीग की घोषणा के दौरान कही।
पार्थिव ने कहा, ” एनसीए से बहुत सारे कोच भारतीय टीम से जुड़े हैं। मुझे नहीं लगता कि विदेशी कोचों की जरूरत है। भारत के पास बहुत सारे सक्षम कोच हैं। हर दूसरे साल हमारी अंडर-19 टीम विश्व कप जीतती है। भारत ए टीम विदेशी दौरों पर अच्छा प्रदर्शन करती है। उन्हें भारतीय ही ट्रेनिंग देते हैं तो हमें बाहरी कोचों की आवश्यकता क्यों है? चंद्रकांत पंडित एक बहुत बड़ा उदाहरण हैं।”
भारतीय टीम का आखिरी विदेशी कोच 2015 विश्व कप में था, जब जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर डंकन फ्लेचर टीम के कोच थे। ग्रेग चैपल के साथ भारत का अनुभव अच्छा नहीं था, लेकिन गैरी कर्स्टन के रहते हुए भारत को 2011 विश्व कप जीतने में मदद मिली। डंकन के बाद अनिल कुंबले, रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ ने तब से भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में काम किया है। नेशनल क्रिकेट एसोसिएशन के डायरेक्टर वीवीएस लक्ष्मण ने जब भी द्रविड़ ने ब्रेक लिया, तब यह भूमिका निभाई।
पार्थिव ने इसे लेकर कहा, ” हमने देखा है कि जब राहुल भाई छुट्टी लेते थे, तब लक्ष्मण भाई उनकी जगह लेते थे। हालांकि, सिर्फ ये दो कोच नहीं हैं। एनसीए में अन्य कोच भी हैं।” खबरों के मुताबिक, बीसीसीआई ने शीर्ष पद के लिए गौतम गंभीर से भी संपर्क किया है। लक्ष्मण भी दौड़ में हैं। अगले कुछ हफ्तों में द्रविड़ के विकल्प की तलाश तेज हो जाएगी। बीसीसीआई ने पुष्टि की है कि अगले कोच का कार्यकाल 3.5 साल का होगा।