न्यूयॉर्क: हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं, कुछ ऐसा ही रविवार को न्यूयॉर्क की नसाऊ काउंटी में बने अस्थायी क्रिकेट स्टेडियम में हुआ। जहां 119 रन बनाने वाली भारतीय टीम ने टी-20 विश्व कप के सबसे रोमाचंक मुकाबले में पाकिस्तानी टीम को सिर्फ 113 रनों पर रोक दिया।
भारतीय टीम की इस कला को पूरी दुनिया ने देखा और इसके मुख्य कलाकार रहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह। बुमराह ने चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लिए और भारत की जीत की पटकथा लिख दी। भारतीय क्रिकेट के दुर्लभ नगीनों में शुमार दाहिने हाथ के इस तेज गेंदबाज को 2022 में पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रेक्चर हुआ, जिसके कारण उन्हें सर्जरी करवानी पड़ी।
बुमराह की क्षमता पर उठे सवाल
एक साल पहले तक लोग उनके करियर के खत्म होने की बातें करने लगे थे। वह ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप में नहीं खेल पाए थे। घरेलू सरजमीं पर सीरीज में वापसी करने से पहले उन्हें खिंचाव आ गया, जिससे वह 10 से ज्यादा महीनों के लिए क्रिकेट से बाहर हो गए। लोग उनके तीनों प्रारूपों में खेलने के कार्यभार से निपटने की काबिलियत पर सवाल उठाने लगे थे, लेकिन बुमराह ने पिछले एक साल में तीनों प्रारूपों में 67 विकेट झटककर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। 6 दिसंबर 1993 को अहमदाबाद में जन्में बुमराह ने अपने अपरंपरागत गेंदबाजी एक्शन और कौशल से सभी का ध्यान खींचा था। छोटा रन अप, असमान्य स्लिंग आर्म एक्शन और प्राकृतिक गति से लैस बुमराह की गेंदों का अनोखा रिलीज प्वाइंट बल्लेबाजों को धोखे में डाल देता है जिस कारण उनको खेलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मलिंगा का एक्शन भी अलग था, लेकिन बुमराह उनसे ज्यादा सटीक गेंदबाज बन गए हैं। ब्लॉकहोल में गेंद को हिट करने की अद्भुत क्षमता और यॉर्कर के शानदार प्रयोग ने उन्हें दुनिया का सबसे समझदार व खतरनाक गेंदबाज बना दिया है। भारतीय टीम अगर 2007 के बाद अमेरिका और वेस्टइंडीज में हो रहे टी-20 विश्व कप को जीतेगी तो उसमें बुमराह का सबसे बड़ा योगदान होगा।
टीम ने ग्रुप-ए के दो मुकाबलों में आयरलैंड व पाकिस्तान को हराया है और उन दोनों मुकाबलों में प्लेयर ऑफ द मैच बुमराह रहे हैं। भारतीय टीम को अब बुधवार को तीसरा मैच मेजबान अमेरिका से खेलना है। अमेरिका ने पाकिस्तान को हराया है। अगर भारतीय टीम अमेरिका को हरा देती है तो उसका सुपर-8 में पहुंचना तय हो जाएगा।
अगर पाकिस्तान मैच की बात करें तो पाकिस्तानी टीम बुमराह से डरी-डरी नजर आई। भारतीय टीम भले ही 119 रन पर आउट हुई, लेकिन उनके बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए। भारतीय टीम इस स्टेडियम की ड्रॉप इन पिच पर एक अभ्यास मैच व एक ग्रुप मैच खेल चुकी थी।
पाकिस्तानी टीम यहां पर रविवार को पहली बार उतरी थी। यहां की असमान उछाल की चर्चा सुन सुनकर उनके बल्लेबाज डरे हुए थे। वे भारतीय गेंदबाजों और खासकर बुमराह के सामने अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे थे जो उनकी हार का एक बड़ा कारण रहा। बुमराह भारतीय टीम का ऐसा ब्रह्मास्त्र हैं जो कभी फेल नहीं होता।