नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद राहुल द्रविड़ एंड कंपनी का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। 1 जुलाई से भारतीय टीम को नया कोचिंग स्टाफ मिल जाएगा। मुख्य कोच के तौर पर गौतम गंभीर का नाम आगे चल रहा है। इस बीच खबर है कि फील्डिंग कोच की रेस में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स में से एक जोंटी रोड्स का नाम आगे चल रहा है। साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर को फील्डिंग की परिभाषा बदलने के लिए जाना जाता है।
फिलहाल जोंटी रोड्स को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में बतौर फील्डिंग कोच काम करते देखा जा सकता है। वह मुंबई इंडियंस (MI)के साथ 9 साल तक इस भूमिका में जुड़े रहे। फिलहाल वह लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG)के फील्डिंग कोच हैं। रेव स्पोर्ट्स ने जानकारी दी है कि जोंटी के नाम चर्चा हो रही है। हालांकि, उनके पास अभी तक कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं आया है।
रोड्स ने इससे पहले 2019 में भारतीय टीम के फील्डिंग कोच के पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन शॉर्टलिस्ट नहीं हो पाए थे। आर श्रीधर को फिर से नियुक्त किया गया था, क्योंकि तत्कालीन मुख्य कोच रवि शास्त्री चाहते थे कि वे उनके कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बनें। मुख्य कोच आमतौर पर अपने सहायक कोच को चुनता है और शास्त्री के पास एक कोर टीम थी, जिसमें गेंदबाजी कोच के रूप में भरत अरुण और फील्डिंग कोच के रूप में श्रीधर थे।
इसी तरह, जब द्रविड़ को 2021 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया, तो उन्होंने पारस म्हाम्ब्रे और टी दिलीप को क्रमशः गेंदबाजी और फील्डिंग विभाग की देखभाल के लिए अपने साथ लेकर आए। तीनों ने भारतीय सीनियर टीम में आने से पहले भारत ए और नेशनल क्रिकेट एकेडमी में एक साथ काम किया था। गंभीर के साथ रोड्स के पास काम करने का अनुभव है। लखनऊ सुपर जायंट्स में दोनों साथ रह चुके हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के फील्डिंग कोच नीदरलैंड्स के पूर्व खिलाड़ी रेयान टेन डोएशे के पास भी गंभीर के साथ काम करने का अनुभव है।