नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीतने के बाद विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा के टी20 इंटरनेशनल से संन्यास के साथ भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत हुआ, लेकिन उन्होंने सही समय पर यह फैसला लिया। इससे चयनकर्ताओं और आने वाली टीम प्रबंधन को 2026 में भारत और श्रीलंका की मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। रोहित और कोहली ने भारत के वर्ल्ड कप जीतते ही टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया। रविंद्र जडेजा ने भी उनके नक्शेकदम पर चलते हुए अगले दिन इस प्रारूप से संन्यास की घोषणा कर दी।
प्लेइंग इलेवन में इन तीन मैच विनर खिलाड़ियों का विकल्प तलाशने में समय लगेगा। लेकिन बदलाव का दौर अगले हफ्ते ही शुरू हो जाएगा, जब दूसरे दर्जे की भारतीय टीम 6 जुलाई से जिम्बाब्वे के साथ पांच टी-20 मैचों की सीरीज खेलेगी। हार्दिक पांड्या को इस सीरीज के लिए आराम दिया गया है। वह टी20 इंटरनेशनल में रोहित शर्मा के उत्तराधिकारी हो सकते हैं। वह छुट्टी के दौरान अन्य खिलाड़ियों पर नजर रखेंगे।
भारतीय टीम के टी20 वर्ल्ड कप 2024 का चैंपियन बनने के बाद हार्दिक पंड्या ने कहा, “2026 टी20 विश्व कप अभी काफी दूर है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए बहुत खुश हूं। भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज इसके पूरी तरह हकदार थे।” रोहित और कोहली के खाली हुए दो ओपनर बल्लेबाजों के स्थान के लिए विकल्प काफी हैं।
जिम्बाब्वे दौरे के लिए भारतीय टीम में चार ओपनर बल्लेबाज हैं। इनमें से यशस्वी जायसवाल तो टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा थे। शुभमन गिल बतौर कप्तान जा रहे हैं। ऋतुराज गायकवाड़ और अभिषेक शर्मा भी टीम में हैं। पूरी संभावना है कि गिल और जायसवाल शनिवार को हरारे में होने वाले पहले टी20 मैच में पारी की शुरुआत करेंगे।
दूसरी ओर, जडेजा के संन्यास से पहले ही भारतीय टीम में प्रमुख स्पिन ऑलराउंडर बनकर अक्षर पटेल उभरे हैं। अक्षर ने विश्व कप में शानदार भूमिका निभाई। उन्हें मध्यक्रम में फ्लोटर के तौर पर इस्तेमाल किया गया। कई बार उन्हें पावरप्ले में गेंदबाजी करने का कठिन काम दिया गया था।दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में 31 गेंदों पर उनकी 47 रन की पारी ने भारत को खराब पावरप्ले से उबरने में मदद की। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे।
रविंद्र जडेजा ने स्पिनर्स में सबसे कम ओवर फेंके और निचले क्रम में बल्लेबाजी की। उन्होंने ज्यादा योगदान नहीं दिया। उनके संन्यास से चोट से परेशान रहने वाले वॉशिंगटन सुंदर को टी20 सेटअप में अधिक अवसर मिलेंगे। अभिषेक ओपनर बल्लेबाज हैं, लेकिन शीर्ष क्रम में ढेरों विकल्प देखते हुए उनके पास मध्यक्रम में स्पिन ऑलराउंडर के रूप में खुद को स्थापित करने का बेहतर मौका है।