नई दिल्ली: ओलंपिक 2024 की शुरुआत 26 अगस्त से फ्रांस की राजधानी पेरिस में हो रही है। पेरिस ओलंपिक में भारत के मेडल की संख्या दोहरे अंक में पहुंचने में पूरी उम्मीद है। खेल मंत्रालय ने 117 प्लेयर्स के भारतीय दल को अंतिम मंजूरी दे दी है। खिलाड़ियों के साथ 140 सहायक कर्मचारी और अधिकारी भी शामिल हैं। इस बार टेनिस में भी भारत के पदक जीतने की उम्मीद है। ओलंपिक के इतिहास में टेनिस में भारत ने अभी तक सिर्फ एक मेडल ही जीता है और वह भी 28 साल पहले। लिएंडर पेस ने अटलांटा ओलंपिक 1996 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। उसके बाद कोई भी भारतीय प्लेयर टेनिस में ओलंपिक मेडल नहीं जीत पाया है।
पेरिस ओलंपिक के लिए टेनिस में सुमित नागल मेंस सिंगल्स में मेडल के लिए दावा ठोकेंगे। वहीं रोहन बोपन्ना और श्रीराम बालाजी मेंस डबल्स में खेलेंगे। सुमित नागल पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने नॉर्डिया ओपन के अपने पहले मैच में दमदार अंदाज में जीत दर्ज की और प्री-क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली। वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर पहुंच चुके हैं। इस समय उनकी 68वीं रैंकिंग है। ऐसे में उनसे मेडल की उम्मीद बरकरार है।
44 के रोहन बोपन्ना अपने करियर के आखिरी दौर में हैं और ऐसा माना जा रहा है कि ये उनका आखिरी ओलंपिक हो सकता है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ बोपन्ना के प्रदर्शन में कोई कमी नहीं आई है। उन्होंने साल 2024 में मेंस डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। वह साल 2017 में मिक्सड डबल्स में फ्रेंच ओपन का टाइटल जीत चुके हैं। ऐसे में वह अपने करियर में ओलंपिक मेडल जरूर जीतना चाहेंगे। दूसरी तरफ 34 साल के श्रीराम बालाजी साउथ एशियन गेम्स 2019 में मिक्सड डबल्स का गोल्ड मेडल जीता था।
हिस्सा लेने वाले भारतीय टेनिस प्लेयर्स
सुमित नागल- मेंस सिंगल्स
रोहिन बोपन्ना/श्रीराम बालाजी- मेंस डबल्स