नई दिल्ली: ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की झलक पाने को प्रशंसक जहां पलक पावड़े बिछाए रहते हैं। पेरिस ओलंपिक से पदक जीतकर स्वदेश लौटे भारतीय खिलाड़ियों को सिर-आंखों पर बैठाया जा रहा है, लेकिन केरल की माकपा सरकार पर यह बात बिल्कुल फिट नहीं बैठती। उनके लिए शायद ओलंपिक पदक विजेता की कोई अहमियत ही नहीं है, नहीं तो उसके अधिकारी एक नहीं, बल्कि दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पीआर श्रीजेश का ‘अपमान’ क्यों करते।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 26 अगस्त 2024 को पीआर श्रीजेश को तब शर्मसार होना पड़ा, जब वह परिवार समेत अपने घर कन्नूर से 485 किलोमीटर का सफर कर केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम पहुंचे। तिरुअनंतपुरम में सोमवार 26 अगस्त 2024 को श्रीजेश का सम्मान समारोह होना था। पीआर श्रीजेश और उनका परिवार रविवार 25 अगस्त 2024 को कन्नूर से तिरुवनंतपुरम पहुंचे।
इस बीच, शनिवार 24 अगस्त 2024 की रात अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थगित करने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने श्रीजेश को इस बारे में सूचित नहीं किया। पीआर श्रीजेश को राजधानी पहुंचने पर ही कार्यक्रम स्थगित होने की जानकारी मिली। इस घटना के बाद ओलंपियन ने अपने परिवार के साथ घर लौटने का फैसला किया।
‘मातृभूमि’ ने श्रीजेश के हवाले से लिखा, ‘मैं अभी इस स्थिति पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं।’ इस बीच, इस घटना को लेकर पिनारई विजयन सरकार के भीतर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी के अनुसार, चूंकि श्रीजेश शिक्षा विभाग में संयुक्त निदेशक हैं, इसलिए हॉकी खिलाड़ी के लिए सम्मान समारोह आयोजित करना विभाग की जिम्मेदारी है।
इससे पहले शिक्षा मंत्री ने ऐलान किया था कि सम्मान समारोह शनिवार 24 अगस्त को आयोजित किया जाएगा, लेकिन बाद में कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। वहीं, खेल मंत्री वी अब्दुरहमान ने कहा कि ओलंपिक पदक विजेता को सम्मानित करने की मुख्य जिम्मेदारी राज्य के खेल विभाग की है। इसी असहमति के कारण, मुख्यमंत्री कार्यालय ने कथित तौर पर हस्तक्षेप किया और कार्यक्रम को स्थगित करने का फैसला किया।
इससे पहले, इस आयोजन के तहत शिक्षा विभाग में एशियाई खेलों के पदक विजेताओं को नौकरी देने की भी योजना बनाई गई थी। मूल रूप से 24 अगस्त के लिए तय इस कार्यक्रम को बाद में 26 अगस्त के लिए टाल दिया गया था, लेकिन आखिरकार फिर उसे स्थगित कर दिया गया। विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने आरोप लगाया कि मंत्रियों के बीच अहंकार की लड़ाई के कारण श्रीजेश का अपमान किया गया। कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री को ओलंपिक पदक विजेता से माफी मांगनी चाहिए।
केरल सरकार ने पूर्व भारतीय हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश को 2 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की थी। केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पीआर श्रीजेश को नकद पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया था। इस दिग्गज गोलकीपर ने हाल ही में पेरिस में संपन्न ओलंपिक खेलों में राष्ट्रीय टीम को लगातार दूसरी बार ओलंपिक कांस्य पदक दिलाने में मदद की थी।