नई दिल्ली: भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा और स्टीपलचेज खिलाड़ी अविनाश साबले शुक्रवार से शुरू हो रहे डायमंड लीग फाइनल में जलवा बिखेरने के लिए तैयार हैं। पहली बार डायमंड लीग फाइनल दो दिन में होगा जिसमें ओलंपिक पदक विजेताओं समेत दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी 32 स्पर्धाओं में उतरेंगे। पोल वॉल्ट रिकार्डधारी अर्मांड डु प्लांटिस, अमेरिकी फर्राटा धाविका शा कारी रिचर्डसन और बाधा दौड़ स्टार सिडनी मैकलागलिन लेवरोन इसमें नजर आएंगे।
साबले 300 मीटर स्टीपलचेज में चुनैती पेश करेंगे। राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी साबले पेरिस ओलंपिक के फाइनल में 11वें स्थान पर रहे थे और प्रभाव नहीं छोड़ सके थे। पहली बार होगा जब वह डायमंड लीग सत्र के फाइनल में उतरेंगे। साबले शुक्रवार को चुनौती पेश करने के लिए उतरेंगे। साबले डायमंड लीग तालिका में 14वें स्थान पर रहे जिनके तीन अंक हैं। उनसे ऊंची रैंकिंग वाले इथियोपिया के लामेचा गिरमा, न्यूजीलैंड के जोर्डी बीमिश, जापान के रियुजी मूरा और अमेरिका के हिलेरी बोर ने नाम वापस ले लिया जिससे उन्हें शीर्ष 12 के कटऑफ में जगह मिली। साबले सात जुलाई को डायमंड लीग के पेरिस चरण में छठे स्थान पर रहे थे और उन्होंने अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ा था। वह सिलेसिया चरण में 14वें स्थान पर रहे थे।
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण के बाद पेरिस में रजत पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा शनिवार को उतरेंगे तो जीत के साथ सत्र का समापन करना चाहेंगे। नीरज 14 अंक लेकर चौथे स्थान के साथ फाइनल में पहुंचे हैं। वह दोहा और लुसाने में दूसरे स्थान पर रहे थे। नीरज पेरिस ओलंपिक में भी दूसरे स्थान पर रहे थे और अब उनकी कोशिश डायमंड लीग फाइनल में पहले स्थान पर रहकर खिताब जीतने की होगी। डायमंड लीग के विजेता को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड भी दिया जाता है।
फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं नीरज
नीरज ने पिछले सप्ताह ज्यूरिख चरण में भाग नहीं लिया था। वह चेक गणराज्य के याकूब वाडलेश, ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स और जर्मनी के जूलियर वेबर से पीछे हैं। नीरज इस सत्र में फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं और ग्रोइन की चोट से निजात पाने के लिये डॉक्टर को दिखाएंगे।