नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 27 सितंबर से शुरू होगा। इसके बाद दोनों देशों के बीच टी20 सीरीज खेली जाएगी। सीरीज का पहला मैच छह अक्तूबर को ग्वालियर में खेला जाएगा। इस मैच अब खतरा मंडरा रहा है। इसकी वजह है हिंदू महासभा जो इस मैच का विरोध कर रही है।
हिंदू महासभा ने किया बंद का आह्वान
यह जानकार हैरानी हो सकती है कि हिंदू महासभा का क्रिकेट मैच से क्या ताल्लुक है। संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि हिंदू महासभा छह अक्टूबर को यहां होने वाले भारत-बांग्लादेश मैच का विरोध कर रही है। उन्होंने ग्वालियर में बंद का आह्वान किया है।
जयवीर ने दावा किया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर “अत्याचार” अभी भी जारी है और ऐसे में बांग्लादेश के साथ क्रिकेट खेलना सही नहीं है। हिंदू महासभा ने मैच के दिन ‘ग्वालियर बंद’ का आह्वान किया है और उन्होंने कहा कि जरूरी चीजों पर कोई पाबंदी नहीं होगी।
इसके अलावा भारद्वाज ने मांग की कि तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डुओं में “मिलावट” करने वालों को मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में हुए अभिषेक समारोह के दौरान भी ये लड्डू बांटे गए थे। उन्होंने कहा कि इस घटना (लड्डू विवाद) ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर भी हत्या का आरोप है। शाकिब अल हसन आवामी लीग पार्टी के सांसद हैं। बांग्लादेश में आई राजनीतिक संकट के बाद आवामी लीग पार्टी की सरकार को भंग कर दिया गया था और इसके बाद पूर्व प्रधामंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑलराउंडर शाकिब अल हसन समेत कई लोगों पर एक कपड़ा फैक्ट्री कर्मचारी की हत्या में कथित रूप से शामिल होने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद शाकिब के खेलने पर भी सस्पेंस था। हालांकि बाद में उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में मौका दिया और अब वह भारत के दौरे पर हैं।