नई दिल्ली: भारतीय टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा बताया कि उन्होंने टी20आई से रिटायरमेंट क्यों ली। हालांकि उनका मानना है कि वह अभी भी नेशनल टीम के लिए तीनों फॉर्मेंट में खेल सकते हैं। रोहित शर्मा साल 2007 में उस टीम का हिस्सा थे जिस टीम ने धोनी की कप्तानी में पहला टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीता था और फिर साल 2024 में हिटमैन ने अपनी कप्तानी में भारत को दूसरी बार टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने के बाद क्रिकेट के छोटे प्रारूप से संन्यास का ऐलान किया था। इसके अलावा रोहित ने ये भी बताया कि मुंबई ने उन्हें एक मजबूत क्रिकेटर बनने में किस तरह से मदद की साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बारे में भी उन्होंने खुलकर बताया।
रोहित शर्मा ने बताया कि मुंबई ने किस तरह से उन्हें मजबूत क्रिकेटर बनने में मदद की थी। उन्होंने कहा कि मुंबई में अगर आप क्रिकेटर बनना चाहते हैं तो आपको जर्नी करनी होगी। ट्रेन में 2 घंटे की यात्रा, 5 से 6 घंटे खेलना और फिर वापस आना। आपको नहीं पता कि बैठने के लिए सीट मिलेगी या नहीं, लेकिन मैंने इसका आनंद लिया और कड़ी मेहनत ने मुझे मजबूत बनाया। सच कहूं तो यही बातें मुझे मजबूत बनाती है। इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बारे में उन्होंने कहा कि मैं अभी इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं। टी20आई से इसलिए संन्यास लिया क्योंकि मुझे लगा था कि यही सही वक्त है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने कहा कि उन्हें लगा की टी20आई में वो 17 साल खेल चुके हैं और अब रिटायरमेंट का सही समय आ गया है। उन्होंने कहा कि वो युवा खिलाड़ियों के लिए जगह बनाना चाहते हैं जो टी20आई में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकें। इस वक्त कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने रिटायरमेंट के फैसला इसलिए नहीं लिया कि मुझे कुछ महसूस हुआ था, मुझे बस लगा कि यही सही समय है। वैसे मैं अभी भी तीनों प्रारूपों में भारत के लिए आसानी से खेल सकता हूं। फिटनेस बस आपके दिमाग में है और खेलना इस पर निर्भर करता है कि आप अपने दिमाग को किस तरह से ट्रेंड करते हैं। कभी-कभी यह आसान नहीं होता, लकेिन मुझे पता है कि मैं ऐसा कर सकता हूं।