नई दिल्ली: बेंगलुरु में हार के बाद पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम का टर्निंग पिच के लिए जाना तय माना जा रहा है। काली मिट्टी वाली पिच से बाउंस कम मिलेगा। घास काट दिए जाने से पिच ड्राई होगी। इससे स्पिनर्स को खूब मदद मिलेगी, लेकिन यह पिच भारतीय टीम के लिए दो धारी तलवार की तरह हो सकती है। अगर गेंद पहले दिन से ही घूमने लगती है, तो यह मेहमान टीम के स्पिनरों के लिए भी मददगार हो सकती है। ऐसा न्यूजीलैंड कप्तान टॉम लैथम का आकलन है।
उन्होंने मैच से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। टॉम लैथम ने शायद यह बात 2017 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पुणे टेस्ट की वजह से कही। तब टर्निंग पिच भारत के लिए ही खतरनाक साबित हो गई थी। बाएं हाथ के स्पिनर स्टीव ओ’कीफ ने ऑस्ट्रेलिया को तीन दिन के अंदर जीत दिला दी। ओ’कीफ ने 12 विकेट लिए थे। इतने विकेट रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने मिलकर लिए थे। न्यूजीलैंड के पास एक-दो नहीं तीन-तीन बाएं हाथ के स्पिनर हैं।
अतिरिक्त स्पिनर को मौका दे सकता है न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु में पहले टेस्ट के लिए तीन स्पिनर एजाज पटेल, ग्लेन फिलिप्स और रचिन रविंद्र को खिलाए थे, लेकिन सीमिंग परिस्थितियों में पहली पारी में उन्हें इनमें से किसी की भी जरूरत नहीं पड़ी। हालांकि, पुणे में दोनों पारियों में उनका वर्कलोड काफी अधिक हो सकता है। अगर परिस्थितियों के अनुसार जरूरत पड़ी तो न्यूजीलैंड सीमर की जगह एक अतिरिक्त स्पिनर को मौका दे सकता है।
न्यूजीलैंड के पास स्पिन ऑप्शन
ऑफ स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर माइकल ब्रेसवेल अपने दूसरे बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट आए हैं, लेकिन टीम के पास मिशेल सेंटनर (बाएं हाथ के फिंगर स्पिनर) और ईश सोढ़ी (कलाई के स्पिनर) के रूप में अन्य विकल्प मौजूद हैं। एजाज पटेल का रिकॉर्ड भारत के खिलाफ शानदार है। वह पिछले दौरे पर एक ही पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
2012 के बाद घरेलू सरजमीं पहली बार भारतीय टीम हारी थी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2017 में पुणे में खेले गए मैच की बात करें तो 2012 के बाद घरेलू सरजमीं पहली बार टीम हारी थी। पहली पारी में 105 और दूसरे में 107 पर आउट हो गई थी। ऑस्ट्रेलिया 333 रन से जीता था। पुणे में सिर्फ 2 टेस्ट हुए एक में भारत हारा है और एक जीता है। 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत पारी और 137 रन से जीता था। विराट कोहली ने यहां अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली थी। उन्होंने 254 रन ठोके थे।