नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम को पहाड़ सा लक्ष्य मिला है। न्यूजीलैंड की टीम टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार (26 अक्टूबर) को 255 रन पर ऑल आउट हो गई। भारत को 359 का टारगेट मिला। पहली पारी में 156 रन पर आउट होने वाली भारतीय टीम को बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। हालांकि, भारत के लिए यहां जीत हासिल करना लगभग असंभव सा है। भारत में चौथी पारी में सिर्फ 1 बार 300 से ज्यादा का टारगेट चेज हुआ है। चेन्नई में 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने 387 का टारगेट चेज किया था। दिसंबर 2008 में खेले गए मैच में भारतीय टीम को इंग्लैंड ने 387 का टारगेट दिया। था। गौतम गंभीर ने 66 और वीरेंद्र सहवाग ने 68 गेंद पर 83 रन की पारी खेली थी। सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 103 और युवराज सिंह ने 85 रन बनाए थे। सहवाग को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
250 से ज्यादा का टारगेट 5 बार चेज हुआ है
भारत में 250 से ज्यादा का टारगेट 5 बार चेज हुआ है। वेस्टइंडीज को छोड़कर 4 बार भारत ने टारगेट चेज किया है। हालांकि, पुणे टेस्ट में भारतीय टीम शायद ही 359 का टारगेट चेज कर पाए। पहली पारी में न्यूजीलैंड के स्पिनर्स के खिलाफ टीम ने संर्घष किया था। अगर भारतीय टीम मैच हारती है तो वह 3 मैचों की टेस्ट सीरीज को 0-2 से गंवा देगी। 12 साल बाद वह घरेलू सरजमीं पर टेस्ट सीरीज हारेगी।
WTC Final के हिसाब से जीत जरूरी
भारत को केवल सीरीज बचाने के लिए ही नहीं बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) की रेस के हिसाब से भी जीतना जरूरी है। अगर भारत को दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ता है तो डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की भारत की संभावनाओं को भारी झटका लगेगा। न्यूजीलैंड की 2-0 की सीरीज की बढ़त का मतलब होगा कि भारत का डब्ल्यूटीसी पॉइंट परसेंटेज (पीसीटी) आठ दिनों के भीतर 74 प्रतिशत से गिरकर 62.82 प्रतिशत हो जाएगा। हालांकि, रोहित शर्मा की टीम अभी भी शीर्ष स्थान पर बनी रहेगी। दूसरे स्थान पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया पर 62.50 पर उसे मामूली बढ़त होगी।