नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले दो टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। इन दोनों मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ी स्पिनर्स के खिलाफ संघर्ष करते दिखाई दिए। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली का बल्ला भी नहीं चला। दिग्गज बल्लेबाजों के फ्लॉप शो को देखते हुए अब फैंस से लेकर दिग्गज तक इन खिलाड़ियों को घऱेलू क्रिकेट में वापसी की सलाह दे रहे हैं।
दिनेश कार्तिक ने भी दी सलाह
रोहित और विराट के साथी रहे दिनेश कार्तिक ने उन्हें सलाह दी है। उन्होंने कहा, ‘शायद उन्हें वापस घरेलू क्रिकेट में जाना चाहिए। इस बात में कोई शक नहीं है कि बाएं हाथ के स्पिनर्स से खतरा होता है। कोहली के लिए भी ये आसान नहीं रहा है। उनके लिए सीरीज अच्छी नहीं रही है। चार में से तीन पारियों में उन्होंने निराश किया है। स्पिनर्स ने उन्हें खूब परेशान किया है तो अब उन्हें इसका इलाज खोजना होगा।’
खिलाड़ी खेलते थे घरेलू क्रिकेट
पूर्व सेलेक्टर सुनील जोशी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलकर ही बेहतर स्पिन खेलने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘हम भूल गए हैं कि स्पिन की योजना कैसे बनाई जाती है। यदि हमारे स्पिनर घरेलू मैदान पर जीत की पटकथा लिख सकते हैं, तो हमारे बल्लेबाजों को स्पिन खेलना सीखना चाहिए। हम अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कब वापस जाते देखेंगे? अगर आप घरेलू क्रिकेट नहीं खेलेंगे तो आप स्पिनरों को नहीं खेल पाएंगे।’
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘उस समय में, हर बड़ा खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में वापस जाता था, कुछ मैच खेलता था और फिर टेस्ट क्रिकेट के लिए जाता था। हमारे शीर्ष क्रम के खिलाड़ी ऐसा क्यों नहीं कर सकते? घरेलू क्रिकेट खेलना आसान नहीं है। यह अपने आप में एक चुनौती है,” उन्होंने कहा।
उठ रही मांग
सोशल मीडिया पर भी यहां मांग उठ रही है। फैंस विराट और रोहित को सचिन तेंदुलकर का उदाहरण दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘सचिन ने 40 की उम्र तक रणजी क्रिकेट केला। उनका आखिरी मैच रिटायर होने 15 दिन पहले था। विराट ने 2012 में और रोहित ने 2016 के बाद से घरेलू क्रिकेट नहीं खेला है। अगर सचिन खेल सकते हैं तो हम क्यों नहीं।’ एक अन्य फैन ने लिखा, ‘एक मजेदार फैक्ट यह है कि कोहली ने आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच 2012 में खेला वहीं सचिन तेंदुलकर ने आखिरी रणजी मैच 2013 में खेला था।’