नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया महामुकाबले के लिए तैयार हैं। पर्थ में मंच सज चुका है और अब बस इंतजार है 22 नवंबर का, जब दोनों टीमें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में आमने-सामने होंगी। इस मैच में भारतीय टीम रोहित शर्मा के बिना उतर सकती है क्योंकि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि हाल ही में पिता बने भारतीय कप्तान कुछ दिन परिवार के साथ बिताने के लिए पहला टेस्ट मैच मिस कर सकते हैं। ऐसे में टीम इंडिया के सामने मजबूत सलामी जोड़ी को मैदान पर उतारने की चुनौती होगी।
पर्थ की पिच तेज गेंदबाजों के लिए हमेशा से मुफीद रही है। यहां तेज गेंदबाजों को पिच से जबरदस्त पेस और उछाल मिलता है जो बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही होने की उम्मीद है। पर्थ में भारतीय बल्लेबाजों को हमेशा से ही मुश्किल होती है और यही वजह है कि यहां टीम इंडिया का सिर्फ एक ही बल्लेबाज अब तक सैकड़ा जड़ पाया है। विराट कोहली ने साल 2018 में पर्थ में 123 रनों की पारी खेली थी। अब देखना दिलचस्प होगा कि यहां पहले टेस्ट के दौरान कौन-कौन शतक जड़ने में कामयाब हो पाता है।
भारत को दोहरे शतक का इंतजार
पर्थ में जहां कई सालों से शतक नहीं लगा है तो वहीं, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पिछले कई सालों से दोहरे शतक का इंतजार हो रहा है। इस ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज में दोनों ही टीमें लंबे समय से दोहरा शतक लगाने की कोशिश कर रही हैं लेकिन अब तक सफल नहीं हो पाईं हैं। भारतीय टीम की ओर से पिछले 7 सालों में कोई भी बल्लेबाज BGT में दोहरा शतक नहीं जड़ सका है। इस सीरीज में आखिरी दोहरा शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा थे जिन्होंने मार्च 2017 में रांची में खेले गए टेस्ट मैच में 202 रनों की शानदार पारी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया का 12 साल से सूखा जारी
दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलिया की टीम की पिछले 12 साल से BGT में दोहरे शतक का इंतजार है। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस ट्रॉफी में आखिरी दोहरा शतक 24 जनवरी 2012 को आया था। तब एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया की ओर से रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क दोनों ने दोहरा शतक जड़ने का बड़ा कारनामा किया था। तब से ही ऑस्ट्रेलिया की ओर से दोहरे शतक का सूखा जारी है।