नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर नमन धीर के लिए आईपीएल ऑक्शन का दिन उनकी जिंदगी का सबसे अहम दिन बन गया। मुंबई इंडियंस ने इस खिलाड़ी पर 5.25 करोड़ की बोली लगाई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस पैसे से नमन धीर सिर्फ अपने परिवार की ही नहीं बल्कि उस कोच के परिवार की जिम्मेदारी भी उठाना चाहते हैं जिनकी वजह से वह क्रिकेटर बने हैं। धीर एक समय पर क्रिकेट छोड़कर कनाडा चाहते लेकिन पिता की सलाह ने उन्हें रोका और उनके करियर को नई राह दी।
धीर जाना चाहते थे कनाडा
धीर को उम्मीद थी कि वह आईपीएल ऑक्शन में बिक जाएंगे लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम था कि मुंबई इंडियंस उनके लिए करोड़ों लुटाएगी। धीर ने पंजाब के लिए अंडर 16 खेला लेकिन इसके बाद टीम में जगह नहीं बना पाए। अगले चार साल वह मौके के इंतजार में थे लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने कनाडा जाने का फैसला किया। साल 2022 में उन्होंने कनाडा की परमानेंट रेसिडेंसी के लिए भी अप्लाई कर दिया।
पिता की सलाह ने बदली नमन की जिंदगी
इसी समय नमन धीर के पिता नरेश ने उन्हें सलाह दी। नरेश ने बेटे नमन धीर को कहा कि वह एक साल क्रिकेट को और दें और यह फैसला सही साबित हुआ। नरेश ने इंडिया एक्सप्रेस से कहा, ‘जब मैं स्कूल से प्रैक्टिस के लिए लेने जाते थे तो प्रिंसिपल कहती थी कि मैं अपने बेटे के करियर को बर्बाद कर रहा हूं। कोई फरीदकोट से पंजाब की टीम में भी नहीं गया इंडिया टीम को बहुत दूर की बात है। मैंने तब नमन से कहा कि जिस दिन वह टीवी पर छक्के मारते दिखाई देगा या ताने तालियों में बदल गई थी।’
कम पैसों में भी पूरा किया बेटे का सपना
नमन के पिता एक दवाई की दुकान पर काम करते हैं जहां उन्हें हर महीने महज 10 हजार रुपए मिलते हैं। उन्हें इसी सैलरी में परिवार को पाला। नमन को क्रिकेट के सपने को पूरा करने में उनके नाना और कोच गगन का अहम रोल हैं। आज दोनों ही इस दुनिया में नहीं है। नमन अपने कोच के परिवार की जिम्मेदारी लेना चाहते हैं। अपने कोच के बारे में नमन ने कहा, ‘ उन्होंने मुझे सबकुछ सिखाया। गगन पाजी मेरे लिए बड़े भाई जैसे थे। जब मुझे पंजाब अंडर19 की टीम में मौका नहीं मिला तो वह मेरे लिए लड़े थे। उनका बेटा बहुत छोटा है और अब वह मेरी जिम्मेदारी है। मैं उसका ख्याल रखूंगा। मैं उसके लिए बड़ा भाई बनूंगा जैसे उसके पिता मेरे लिए था।’