नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का कहना है कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत की जीत की नींव रखी जिससे भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बढ़त हासिल करने में सफल रहा। बुमराह ने इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी की थी जिससे उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। भारत ने पहला टेस्ट 295 रनों से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली थी। भारतीय टीम की बल्लेबाजी पहली पारी में अच्छी नहीं रही थी और टीम 150 रन पर ऑलआउट हो गई थी। बुमराह ने फिर पहली पारी में पांच विकेट लेकर जिससे भारत ने 46 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। बुमराह ने फिर दूसरी पारी में भी दम दिखाया और तीन विकेट झटके। शास्त्री का कहना है कि बुमराह ने कप्तानी की जिम्मेदारी का आनंद उठाया।
शास्त्री ने कहा, इस टेस्ट मैच का फैसला दोनों पारियों में नई गेंद से बुमराह की स्पैल ने निर्धारित किया। वह जिम्मेदारी का आनंद उठा रहे थे। बुमराह काफी प्रतिस्पर्धी और जुनूनी क्रिकेटर हैं। वह चाहते हैं और उन्हें भरोसा है कि वह कर सकते हैं। पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम ने भी कप्तानी की जिम्मेदारी लेने और गेंदबाजी की अगुआई करने के लिए बुमराह को सराहा। उन्होंने कहा, जब भी साझेदारी बन रही थी, बुमराह खुद गेंदबाजी के लिए आ रहे थे। उन्होंने तीसरे दिन के अंत में दो विकेट लिए और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को झटके देना शुरू किया। उन्होंने फिर ट्रेविस हेड को भी पवेलियन भेजा जो अच्छी साझेदारी निभा रहे थे।
बुमराह ने उस मैच में कुल आठ विकेट झटके थे और भारत पहली ऐसी टीम बना था जिसने ऑस्ट्रेलिया को पर्थ में टेस्ट मैच में हराया है। 2018 दौरे पर भारत को विराट कोहली के शतक के बावजूद हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार टीम यहां जीत हासिल करने में सफल रही। बुमराह इसके साथ ही ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट में भारत के सबसे सफल गेंदबाज बनने के करीब पहुंच गए हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच छह दिसंबर से एडिलेड में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा।