नई दिल्ली
टीम इंडिया के स्टार बैटर यशस्वी जायसवाल ने अभी तक अपने करियर में 15 ही टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन इस दौरान उनके बैट से चार शतक निकल चुके हैं। यशस्वी का कोई भी शतक 150 से नीचे का नहीं रहा है, जबकि उसमें से दो शतकों को उन्होंने डबल सेंचुरी में भी तब्दील किया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार खेल रहे यशस्वी ने पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 161 रनों की अहम पारी खेली और भारत के लिए जीत की नींव को मजबूत किया। ऑस्ट्रेलिया के लिमिटेड ओवर बैटिंग ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने जमकर यशस्वी की तारीफ की है। उन्होंने साथ ही प्रिडिक्ट किया कि यशस्वी अपने करियर में कम से कम 40 टेस्ट शतक तो लगाएंगे ही।
द ग्रेड क्रिकेटर पर मैक्सवेल ने कहा, ‘यशस्वी जायसवाल को देखकर लगता नहीं है कि उनमें कोई कमी है। वह शॉर्ट बॉल को अच्छे से खेलता है, ड्राइव अच्छे लगाता है, स्पिन को बहुत ही शानदार तरीके से खेलता है, और साथ ही प्रेशर को भी एब्सॉर्ब करता है। वह ऐसा खिलाड़ी है, जो मुझे लगता है कम से कम 40 टेस्ट शतक लगाएगा। और कुछ अलग तरह के रिकॉर्ड्स बनाएगा।’
टेस्ट क्रिकेट में 40 से ज्यादा शतक लगाने वाले महज तीन ही खिलाड़ी हैं। सबसे ज्यादा शतक सचिन तेंदुलकर ने लगाए हैं, जिन्होंने कुल 49 शतक ठोके हैं, वहीं दूसरे नंबर पर जैक्स कालिस हैं, जिनके खाते में 45 टेस्ट शतक हैं। रिकी पोंटिंग ने 41 टेस्ट शतक लगाए हैं। वहीं मौजूदा क्रिकेटरों की बात करें तो सबसे ज्यादा टेस्ट शतक रूट ने लगाए हैं, जो 35 शतक जड़ चुके हैं। जायसवाल गेंदबाजों पर हावी होकर खेलना पसंद करते हैं और यही वजह है कि उनके आने के बाद से टीम इंडिया की ओपनिंग काफी खतरनाक नजर आने लगी है। जायसवाल ग्रीम स्मिथ के बाद इकलौटे ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अपने करियर के पहले चार शतकों को डैडी हंड्रेड (150+ रन) में कन्वर्ट किया है।