नई दिल्ली: भारत के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को आईपीएल ऑक्शन में कोई खरीदार नहीं मिला। पृथ्वी शॉ पिछले साल तक यह खिलाड़ी दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा था। हालांकि टीम ने उसे रिलीज किया और फिर ऑक्शन में किसी और ने शॉ में दिलचस्पी नहीं दिखाई। वहीं दूसरी ओर यशस्वी जायसवाल को राजस्थान रॉयल्स ने 18 करोड़ रुपए में रिटेन कर लिया था। दोनों खिलाड़ियों के कोच रहे ज्वाला सिंह ने बताया कि आखिर शॉ और जायसवाल के बीच क्या अंतर है।
पृथ्वी शॉ और यशस्वी जायसवाल में क्या है अंतर
यशस्वी जायसवाल के कोच रहे ज्वाला सिंह ने लगभग तीन साल के लिए पृथ्वी शॉ को भी ट्रेन किया था। अब उन्होंने कहा, ‘प्रतिभा एक बीज या पौधे के समान होता है, उसे अगर बड़ा पेड़ बनना है तो लगातार मेहनत तो करनी ही होगी। आपकी लाइफ स्टाइल, वर्क एथिक्स और अनुशासन सबकुछ चाहिए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बने रहने के लिए आपको लगातार गेम पर काम करना होगा। सचिन ने भी यही किया। खिलाड़ी तभी भटकता है जब वो अपने प्रोसेस से हटता है। यशस्वी बहुत मेहनत करता है वर्क एथिक्स कमाल है। उसे पता है कि काम कैसे करना है। बस यही शॉ और जायसवाल में फर्क है।’
पृथ्वी शॉ नहीं मानते सीनियर्स की भी सलाह
कुछ समय पहले एक पूर्व सेलेक्टर ने भी पृथ्वी शॉ पर अनुशासनहीनता और दिग्गाजों की सलाह को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। पूर्व भारतीय सेलेक्टर ने पीटीआई से कहा,”पृथ्वी दिल्ली कैपिटल्स में रहे हैं। दिल्ली कैपिटल्स में ही उन्हें अपने अंडर-19 भारतीय कोच राहुल द्रविड़, रिकी पोंटिंग, सौरव गांगुली से बातचीत करने का मौका मिला था।उन्होंने कहा, ”मुंबई क्रिकेट में भी यह सभी को पता है कि तेंदुलकर ने भी उनसे बात की है। क्या ये दिग्गज मूर्ख हैं? क्या आपको उसमें कोई बदलाव दिखता है? अगर दिखता भी है तो वह साफ नहीं है।” आईपीएल 2025 की नीलामी का असर सभी टीमों पर पड़ा है। आरसीबी की टीम ने विराट कोहली को 21 करोड़ रुपए में रिटेन किया था। हालांकि तब भी कोहली का कप्तान बनना तय नहीं है।