नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार (6 दिसंबर) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में मोहम्मद सिराज का 10वां ओवर उन्हें मुश्किल में डाल सकता है। भारतीय तेज गेंदबाज ने स्ट्राइक पर मौजूद मार्नस लाबुशेन की ओर गेंद थ्रो किया। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज साइट स्क्रीन के पास मूवमेंट के कारण गेंद का सामना करने से मना कर दिया। इसके बाद सिराज ने गुस्सा दिखाया। बल्लेबाज पर गेंद फेंकना आईसीसी के नियमों के खिलाफ है और दूसरे टेस्ट के समापन पर सिराज को दंडित किया जा सकता है। ऑस्ट्रेलियाई पारी के 25वें ओवर में हुई इस घटना के दौरान जब सिराज गेंदबाजी करने वाले थे तब एक दर्शक लंबा बीयर-स्नेक लेकर साइट-स्क्रीन के पास से गुजरा। ऐसे में गेंद सामना करने को तैयार लाबुशेन क्रीज से हट गए। इसके बाद सिराज ने गुस्से पर गेंद को थ्रो किया। हालांकि, गेंद स्टंप या बल्लेबाज को नहीं लगी।
सिराज पर क्लॉज 2.9 का उल्लंघन का चार्ज लग सकता है
आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के अनुसार सिराज ने नियमों का उल्लंघन किया है। सिराज पर क्लॉज 2.9 का उल्लंघन का चार्ज लग सकता है। इसके तहत किसी खिलाड़ी, स्पोर्ट स्टाफ, अंपायर, मैच रेफरी या किसी अन्य तीसरे व्यक्ति पर या उसके पास किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अनुचित या खतरनाक तरीके से गेंद (या क्रिकेट उपकरण का कोई अन्य सामान जैसे पानी की बोतल) फेंकने से जुड़ा है।
रन आउट के प्रयास में गेंद थ्रो करने पर रोक नहीं
नियम में यह साफ-साफ लिखा है कि किसी फील्डर या गेंदबाज को सामान्य तरीके से गेंद को स्टंप पर थ्रो करने या रन आउट के प्रयास के दौरान स्टंप या टीम के साथी के पास फेंकने पर रोक नहीं है। ऑफिशियल ऐसी घटनाओं का मूल्यांकन करते समय विभिन्न पहलुओं पर विचार करेंगे। इन पहलुओं को क्लॉज में बताया गया है।
सिराज पर लेवल 1 के तहत एक्शन हो सकता है
(i) विशेष स्थिति के संदर्भ में यह देखा जाएगा कि क्या यह जानबूझकर की गई और क्या इसे टाला जा सकता था? (ii) क्या गेंद/वस्तु दूसरे व्यक्ति को लगी? (iii) जिस गति से गेंद/वस्तु फेंकी गई और (iv) वह दूरी जहां से गेंद/वस्तु फेंकी गई। हालांकि, गेंद लाबुशेन को नहीं लगी, लेकिन सिराज की हरकत को जानबूझकर और टालने योग्य माना जा सकता है। मैच रेफरी किसी भी अंतिम निर्णय लेगा। सिराज पर लेवल 1 के तहत एक्शन ली जा सकती है।