नई दिल्ली: मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अब तक खेले गए तीन मैचों में एक-एक मैच जीते हैं और सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। इस टेस्ट सीरीज में भारत के लिए कंगारू बल्लेबाज ट्रेविस हेड बड़ी चुनौती बने हुए हैं और 2 शतक समेत वो पहले तीन मुकाबलों में 409 रन बना चुके हैं। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को आउट करने के लिए भारतीय गेंदबाजों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है और जब तक वो आउट होते हैं भारत का काम खराब कर चुके होते हैं।
अब भारत के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा जो इस टेस्ट सीरीज में कमेंट्री कर रहे हैं उन्होंने हेड की आक्रामक बल्लेबाजी से निपटने साथ ही उन पर पलटवार करने की सलाह दी है। स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए पुजारा ने कहा कि लाइन बहुत ही अहम है। हेड के खिलाफ गेंद को मिडिल-ऑफ स्टंप लाइन पर रखें। भले ही आप स्टंप के ऊपर या विकेट के आसपास गेंदबाजी कर रहे हों, लेकिन मिडिल स्टंप को ऑफ-स्टंप की तरह न खेलने दें और लाइन हमेशा मिडिल-ऑफ होनी चाहिए। पुजारा ने कहा कि इस लाइन पर हेड काफी अहसज दिखते हैं।
पुजारा के अलावा भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने भी हेड से निपटने के लिए भारतीय गेंदबाजों को सलाह दी। उन्होंने कहा कि भारतीय तेज गेंदबाजों को बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को ऑफ स्टंप लाइन पर खेलने के लिए मजबूर करना चाहिए। बांगड़ ने एमसीजी टेस्ट में हेड को मात देने के लिए किस तरह से फील्डिंग लगाएं इस पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पारी की शुरुआत में विकेट के चारों ओर जाएं और गलियारे में गेंदबाजी करें। अगर यह पहली 10-15 गेंदों में सफल साबित होता है, तो उस योजना पर टिके रहें। प्लान ए है कि विकेट के चारों ओर आएं और उसे ऑफ स्टंप पर खेलने दें। अगर सफलता नहीं मिलती है, तो ओवर द विकेट पर जाएं और ऑन-साइड पर अधिक फील्डर और एक डीप थर्ड मैन रखें।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि मिडिल-स्टंप लाइन पर टिके रहने से आप उन्हें कुछ अलग करने के लिए मजबूर करते हैं। शॉर्ट बॉल के खिलाफ वो अपना बल्ला चलाने की कोशिश करते हैं या फिर उस गेंद को खेलने का प्रयास करते हैं जिससे डीप थर्ड मैन, डीप फाइन लेग और डीप स्क्वायर लेग पर संभावित कैचिंग पोजीशन बन जाती है। अगर आप ऐसा करते हैं तो हेड दवाब में आ जाते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हेड के खिलाफ और उनके खतरे को बेअसर करने के लिए धैर्य बनाए रखने की जरूरत है।