नई दिल्ली: भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच ही संन्यास का ऐलान कर दिया था। फैंस इस फैसले से हैरान और निराश थे। अश्विन के जाने से निराश होने वालों में दिग्गज खिलाड़ी और भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले भी शामिल हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि अश्विन के साथ टीम ने अच्छा नहीं किया। जिस तरह का फेयरवेल अश्विन को मिलना चाहिए था वैसा मिला नहीं।
कुंबले ने अश्विन को बताया मैच विनर
अनिल कुंबले ने स्पोर्ट्स्टार के कॉलम में लिखा में अश्विन के करियर की तारीफ की। उन्होंने कहा, “रविचंद्रन अश्विन एक मैचविनर हैं। वह एक प्रोफेशनल हैं जिन्होंने अपने पूरे करियर में शानदार प्रदर्शन किया है। हर बार जब आप उसे गेंदबाजी करते हुए देखते हैं, तो आप देख सकते हैं कि वह बेहतर होना चाहता है और किसी भी परिस्थिति में बल्लेबाज को मात देने की कोशिश कर रहा है। आप इसे किसी भी क्रिकेटर में देखना चाहते हैं, और उसने 14-15 सालों तक ऐसा किया है।’
अश्विन के जाने से निराश अनिल कुंबले
कुंबले ने अश्विन को मौका न मिलने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य से, टीम मैनेजमेंट ने अश्विन को इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में खेलने के लिए लगातार नहीं चुना, जिससे मुझे हमेशा हैरानी होती है। रविंद्र जड़ेजा और अश्विन हर मैच में हो सकते थे। अश्विन ने जिस भी सतह पर खेला है, उन्होंने लगातार विकेट लिए हैं। इसलिए उन्हें एक स्पिनर के रूप में टाइपकास्ट करना, ज्यादातर उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में, उचित नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, ‘अतीत में भी कई क्रिकेटर विदाई समारोह से चूक गए थे। अश्विन ने जिस तरह के मानक स्थापित किए हैं, उन पर खरा उतरना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। उन्होंने भारतीय क्रिकेट की विशिष्टता के साथ सेवा की।”