नई दिल्ली: इस साल के खेल अवॉर्ड्स का ऐलान कर दिया गया है। खेल मंत्रालय ने इस साल चार खिलाड़ियों को सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानंचद खेलरत्न अवॉर्ड के लिए चुना गया है। वहीं 32 खिलाड़ियों का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजा गया है। हालांकि हैरानी की बात यह है कि इस लिस्ट में किसी भी भारतीय क्रिकेटर का नाम शामिल नहीं है।
बीते साल भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इस साल जसप्रीत बुमराह को इसका बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बुमराह इस समय भारत के नंबर वन गेंदबाज हैं। वह तीनों फॉर्मेट में टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने पिछले चार साल में टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई है। चाहे टी20 वर्ल्ड कप हो , वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप हो या फिर भारत में हुआ वनडे वर्ल्ड कप। उन्होंने हर जगह भारतीय तेज गेंदबाजी अटैक की अगुवाई की।
दुनिया भर के बल्लेबाज और दिग्गज इस खिलाड़ी को मौजूदा समय का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बता चुके हैं। 44 टेस्ट मैच में यह खिलाड़ी 203 विकेट ले चुका है। 89 वनडे में 149 और 70 टी 20 में उनके नाम 89 विकेट हैं। इन सबसे के बावजूद इस खिलाड़ी को अब तक अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिला है। साल 2019 में इस खिलाड़ी को नामित किया गया था लेकिन उस समय शिखर धवन को अवॉर्ड दिया गया था और बुमराह चूक गए। पांच साल में बुमराह ने वैश्विक स्तर पर नाम कमा चुके हैं। इस बार भी उनका नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए नहीं दिया गया।
लिस्ट में भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ का नाम शामिल नहीं है। राहुल द्रविड़ को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। द्रोणाचार्य अवॉर्ड कोचेज को दिया जाता है। राहुल द्रविड़ ने बतौर कोच भारतीय क्रिकेट टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। राहुल द्रविड़ ने साल 2021 में टीम की कमान संभाली थी।
उनके कोच बनने के बाद भारत तीनों फॉर्मेट के वर्ल्ड कप का फाइनल खेला और एक में चैंपियन भी बना। भारत ने साल 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला। साल 2024 में टीम राहुल द्रविड़ के कोच रहते हुए ही टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनी। हालांकि राहुल द्रविड़ को साल 1998 में बतौर खिलाड़ी अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।