नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है। उन्होंने अपने पहले दोनों मैच जीतकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है। भारतीय टीम टूर्नामेंट के सभी मैच दुबई में खेलने वाली है क्योंकि उसने पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। भारत के दुबई में खेलने से इंग्लैंड के दिग्गजों को मिर्ची लगी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल अर्थटन ने कहा कि आईसीसी के इस फैसले से टीम को काफी फायदा मिला है। उन्होंने कहा, ‘दुबई में खेलने से भारत को जो फ़ायदा मिलता है, उसके बारे में क्या कहा जाए, सिर्फ़ दुबई में, जो मुझे लगता है कि फायदे को आंकना मुश्किल है, लेकिन एक निर्विवाद फ़ायदा है। वे सिर्फ़ एक ही जगह पर खेल रहे हैं। उन्हें न तो एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है और न ही देशों के बीच, जैसा कि कई अन्य टीमों को करना पड़ता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘इसलिए, आप जानते हैं, चयन दुबई की स्थितियों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है, और जाहिर है कि जब वे वहां पहुंचेंगे तो उन्हें पता होगा कि वे अपना सेमीफाइनल कहां खेलेंगे। मुझे लगता है कि यह एक निर्विवाद लाभ है, लेकिन इसे मापना मुश्किल है। कितना बड़ा? कितना बड़ा लाभ?’
नासिर हुसैन ने कहा कि वह इस बात से सहमत है कि भारत को एक ही जगह खेलने का बड़ा फायदा है। उन्होंने कहा, ‘यह एक फायदा है। इसलिए टूर्नामेंट में सबसे अच्छी टीम के पास यह फायदा है। मैंने दूसरे दिन एक ट्वीट देखा, जिसमें कहा गया था, पाकिस्तान, घरेलू मेजबान देश, भारत, घरेलू फायदा। और यह बात पूरी तरह सही है।
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘वास्तव में, वे एक ही स्थान पर हैं। वे एक ही होटल में हैं। कोई यात्रा नहीं है। वे एक ही ड्रेसिंग रूम में हैं। वे पिच को जानते हैं। उन्होंने उसी पिच के लिए चयन किया है। मुझे लगता है कि चयन, जब उन्होंने चयन किया, तो वे बहुत होशियार थे। उन्हें शायद पता था कि दुबई कैसा होने वाला है। उन्होंने अपने सभी स्पिनर चुने। इस पर थोड़ी बहस भी हुई, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय मीडिया ने कहा, आपने अतिरिक्त क्यों नहीं चुना? ऐसा लगता है, इतने सारे स्पिनर क्यों? खैर, हमने देखा है कि क्या, क्यों, और अन्य पक्ष भी।’