नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) से पहले दिल्ली कैपिटल्स को बड़ा झटका लगा। इंग्लैंड के युवा खिलाड़ी हैरी ब्रूक लगातार दूसरे सीजन में न खेलने का फैसला किया है। इसके परिणामस्वरूप उन्हें दुनिया की सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी लीग से दो साल का प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईपीएल की ओर से इसे लेकर कोई बयान नहीं आया है।
ब्रूक को नवंबर में मेगा ऑक्शन में दिल्ली कैपिटल्स ने 6.25 करोड़ रुपये में खरीदा था। ब्रूक ने इसका कारण राष्ट्रीय टीम के साथ अपनी प्रतिबद्धताओं को बताया। चैंपियंस ट्रॉफी में ग्रुप चरण में बाहर होने के बाद उन्हें इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान के पद से जोस बटलर ने इस्तीफा दे दिया था। ब्रूक को उनकी जगह लेने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उनका ईसीबी के साथ तीनों फॉर्मेट के लिए केंद्रीय अनुबंध अभी 18 महीने का है, इसलिए वर्कलोड मैनेजमेंट उनके हटने का एक कारण साबित हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्रूक ने लिखा, “मैंने आगामी आईपीएल से बाहर होने का बहुत कठिन निर्णय लिया है। मैं दिल्ली कैपिटल्स और उनके समर्थकों से बिना शर्त माफी मांगता हूं। मुझे क्रिकेट बहुत पसंद है। जब से मैं छोटा था, मैंने अपने देश के लिए खेलने का सपना देखा है और मैं इस स्तर पर अपने पसंदीदा खेल को खेलने का अवसर पाकर बेहद आभारी हूं।”
ब्रूक ने लिखा, “जिन लोगों पर मैं भरोसा करता हूं, उनके मार्गदर्शन में मैंने इस निर्णय पर गंभीरता से विचार करने के लिए समय निकाला है। यह इंग्लैंड क्रिकेट के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण समय है और मैं आगामी सीरीज की तैयारी के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होना चाहता हूं। ऐसा करने के लिए, मुझे अपने करियर के अब तक के सबसे व्यस्त दौर के बाद रिचार्ज करने के लिए समय चाहिए। मुझे पता है कि हर कोई समझ नहीं पाएगा और मैं उनसे इसकी उम्मीद भी नहीं करता, लेकिन मुझे वही करना है जो मुझे सही लगता है और अपने देश के लिए खेलना मेरी प्राथमिकता और फोकस है। मुझे जो अवसर मिले हैं और जो समर्थन मुझे मिला है उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं।”
इस निर्णय के कारण ब्रूक पर आईपीएल से दो साल का प्रतिबंध लग सकता है। नया नियम 2025 की नीलामी से पहले लागू किया गया था और यह उन सभी 10 फ्रैंचाइजी से मिले फीडबैक पर आधारित है, जिन्होंने विदेशी खिलाड़ियों द्वारा अंतिम समय पर बाहर निकलने पर निराशा व्यक्त की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले सितंबर में फ्रैंचाइजी को लिखे एक नोट में आईपीएल ने कहा, “कोई भी [विदेशी] खिलाड़ी, जो नीलामी के लिए नाम देता है और नीलामी में चुने जाने के बाद सीजन की शुरुआत से पहले खुद को अनुपलब्ध करता है तो उसे दो सीजन के लिए आईपीएल/आईपीएल नीलामी में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।” गवर्निंग काउंसिल ने कहा कि “चोट या मेडिकल कंडिशन अपवाद होंगे, जिसकी पुष्टि खिलाड़ी के होम बोर्ड द्वारा की जानी होगी।”