नई दिल्ली: भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को मात दी और खिताब जीता। कई लोग ऐसा मान रहे थे कि इस टूर्नामेंट जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली इस फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। कई दिग्गजों ने उनके इस फैसले को सही बताया है। इसमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी शेन वॉट्सन भी शामिल हैं। हालांकि उनका यह भी मानना है कि इन दोनों के कारण युवा बल्लेबाजों को मौका नहीं मिलेगा।
विराट और रोहित ने शानदार पारी खेली
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘वह खिलाड़ी अभी भी बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। इसलिए, विराट ने टूर्नामेंट के दौरान जिस तरह से बल्लेबाजी की, जितने रन बनाए, वह अभी भी वनडे क्रिकेट में सबसे बेहतरीन चेजर हैं। और हमने देखा कि वह कितनी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। विराट और रोहित ने फाइनल में न्यूजीलैंड के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ एक शानदार पारी खेली।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर वे खिलाड़ी अभी भी उतनी ही अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं, और उनमें अभी भी भारत के लिए खेलने की ऊर्जा और जोश है, तो निश्चित रूप से, इससे युवा खिलाड़ी आगे नहीं आ पाएंगे, क्योंकि वे इतने अच्छे हैं।”
उन्होंने फाइनल में न्यूजीलैंड पर चार विकेट से मिली जीत के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘ मैं वनडे प्रारूप से संन्यास नहीं ले रहा हूं । कृपया अफवाहें मत फैलाइये।’’ भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछने पर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा,‘‘ कोई फ्यूचर प्लान नहीं है । जो हो रहा है, वो चलता जायेगा।’’
76 रन की पारी उनके कैरियर के लिये साबित हुई संजीवनी
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट श्रृंखला में खराब फॉर्म से जूझते रहे रोहित अपने पसंदीदा प्रारूप में फॉर्म में लौटे और उनके 76 रन की बदौलत भारत ने चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराया। ऑस्ट्रेलिया दौरे के समय से ही रोहित की कप्तानी और टीम में उनकी जगह को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन 76 रन की पारी उनके कैरियर के लिये संजीवनी साबित हुई । वहीं विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ शतकीय पारी खेली वहीं साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में खिलाफ अहम पारी खेली।