नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग का 31वां मैच किसी कमजोर दिल वालों के लिए तो कतई नहीं था। इस लो स्कोरिंग मुकाबले में रोमांच अपने चरम पर था और मैच खत्म होने के बाद केकेआर के फैंस को निराशा मिली तो वहीं पंजाब किंग्स के प्रशंसक खुशी से झूम उठे। वैसे इस मैच में जब पंजाब 111 रन पर सिमट गई तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि केकेआर 112 रन के टारगेट तक नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन ऐसा हुआ और रहाणे की टीम 95 रन पर आउट हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केकेआर के खिलाफ 111 रन को डिफेंड करने वाले कप्तान श्रेयस अय्यर ने मैच के बाद बताया कि उन्होंने मैच जीतने के लिए किस तरह की रणनीति बनाई थी और कमाल की बात ये रही कि वो इसमें सफल भी रहे और टीम को 16 रन से जीत मिली। मैच के खत्म होने के बाद श्रेयस ने बताया कि इस जीत को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। मैं इसमें सिर्फ अपनी समझ को बैक कर रहा था। मैंने देखा कि गेंद थोड़ी घूम रही थी और फिर मैंने यूजी (युजवेंद्र चहल) से कहा कि जितना हो सके अपनी ब्रेथ पर कंट्रोल रखें। हमें बस आक्रामक होने की जरूरत थी और सही खिलाड़ी सही जगह पर थे जिससे की उन पर दबाव बन सके।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार श्रेयस ने आगे कहा कि बात करना मुश्किल है क्योंकि ऐसी जीत इसे खास बनाती है। जब मैं बैटिंग करने गया तो मैंने दो गेंदों का सामना किया जिसमें एक गेंद नीची रही और एक बल्ले के निचले हिस्सेपर लगी, बल्लेबाजों को स्वीप करना मुश्किल हो रहा था। विकेट में अलग-अलग उछाल थी और ईमानदारी से कहूं तो 16 रन से मिली जीत को देखते हुए हमने एक अच्छा स्कोर बनाया था। पिच पर बाउंस लगातार नहीं थी और हमने गेंदबाजोंको इसे ध्यान में रखने के लिए कहा और उन्होंने इसे अंजाम दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजाब के कप्तान ने कहा कि पहले दो ओवर में हमें दो विकेट मिले। फिर यूजी आए तो हमने देखा कि वो गेंद को मूव करा रहे थे तो हमारी उम्मीदें और बढ़ गई। मैं चाहता था कि फील्ड आक्रामक हो और वो गलतियां करें और मैच हमारे पक्ष में मुड़ जाए। ये अहम है कि हम विनम्र बने रहें और इस जीत से अति उत्साहित ना हों। इस मैच के सभी सकारात्मक पक्ष को हम ध्यान में रखें और अगले मैच में पहली गेंद से ही बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करें।