नई दिल्ली: टेस्ट फॉर्मेट को अब एक और दिग्गज खिलाड़ी ने छोड़ने का फैसला किया जो श्रीलंका टीम के पूर्व कप्तान और शानदार ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज हैं। 37 साल के मैथ्यूज ने जून महीने में बांग्लादेश टीम के श्रीलंका दौरे के दौरान खेली जाने वाली 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में खेलने के बाद इस फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मैथ्यूज ने अपनी तरफ से जारी किए गए बयान में कहा कि टेस्ट क्रिकेट को छोड़ने का ये उनके लिए सबसे सही समय है, जिसमें आगे आने वाली पीढ़ी अब इस जिम्मेदारी को उठाए मैं अभी लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में खेलना जारी रखूंगा।
एंजेलो मैथ्यूज ने अपने टेस्ट रिटायरमेंट के फैसले पर दिए बयान में (मीडिया रिपोर्ट के अनुसार)कहा कि जून में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाला टेस्ट मुकाबला मेरा इस फॉर्मेट में आखिरी मैच होगा। हालांकि मैं इस फॉर्मेट को अलविदा कह रहा हूं लेकिन चयनकर्ताओं से चर्चा के बाद मैं लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में खेलने के लिए उपलब्ध रहूंगा जब भी टीम को मेरी जरूरत होगी। मुझे लगता है कि अभी हमारी टेस्ट टीम में अनुभवी और युवा प्लेयर्स दोनों मौजूद हैं और साथ नए युवा खिलाड़ियों के लिए भी ये चमकने का एक अच्छा मौका है। मेरे लिए ये क्रिकेट का सबसे पसंदीदा फॉर्मेट है लेकिन अब इसे अलविदा कहने का समय आ गया है। श्रीलंका के लिए पिछले 17 सालों तक इस फॉर्मेट में खेलना मेरे लिए सम्मान और गौरव की बात है।
टेस्ट क्रिकेट में एंजेलो मैथ्यूज के प्रदर्शन को लेकर बात की जाए तो उन्होंने 118 मैचों में खेलते हुए 44.62 के औसत से 8167 रन बनाएं हैं, जिसमें 16 शतकीय और 45 अर्धशतकीय पारियां भी शामिल हैं। मैथ्यूज सफेद जर्सी में आखिरी बार बांग्लादेश के खिलाफ 17 जून से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में खेलने उतरेंगे, जिसमें उनके पास घर पर टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में विराट कोहली को पीछे छोड़ने का मौका होगा जिससे वह सिर्फ 13 रन दूर हैं। बांग्लादेश की टीम को श्रीलंका में 2 टेस्ट मैचों के अलावा तीन वनडे और इतने ही टी20 मैचों की सीरीज भी खेलनी है।