नई दिल्ली: लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेले जा रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट खोकर 144 रन बना लिए और अपनी बढ़त को 218 रनों तक पहुंचा दिया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने न सिर्फ अपनी गेंदबाजी से टीम को संभाला।
कमिंस ने पिच के बारे में बात करते हुए बताया कि यह गेंदबाजों के लिए अभी भी मददगार है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, “पिच में अभी भी कुछ हरकत है। कई बार लगता है कि गेंद कुछ करेगी नहीं, लेकिन अचानक एक गेंद बहुत ज्यादा मूवमेंट ले लेती है। दोनों ही टीमें बहुत अनुशासित गेंदबाजी कर रही हैं। दक्षिण अफ्रीका की तेज गेंदबाजी आज भी काफी चुनौतीपूर्ण थी।” उन्होंने यह भी बताया कि दोनों टीमें सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी कर रही हैं, जिसके चलते बल्लेबाजों को रन बनाने में मुश्किल हो रही है। कमिंस ने कहा, “कोई ढीली गेंद नहीं डाली जा रही। दोनों टीमें अच्छी लेंथ पर टिकी हुई हैं, जिससे बल्लेबाजों को खुलकर शॉट खेलने का मौका नहीं मिल रहा।”
33 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया
दूसरे दिन कमिंस ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया और 6 विकेट झटककर दक्षिण अफ्रीका की पारी को 138 रनों पर समेट दिया। इस शानदार प्रदर्शन के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट का आंकड़ा छू लिया और ऑस्ट्रेलिया के लिए आठवें सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। इतना ही नहीं, उन्होंने लॉर्ड्स में कप्तान के तौर पर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का 33 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के बॉब विलिस के नाम था, जिन्होंने 1992 में भारत के खिलाफ 6/101 का आंकड़ा दर्ज किया था। कमिंस ने 6/28 के साथ इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया। मैच के बाद कमिंस ने कहा, “300 विकेट का आंकड़ा मेरे लिए खास है। एक तेज गेंदबाज के लिए यह न सिर्फ कौशल, बल्कि धैर्य, मेहनत और लंबे समय तक खेलने की क्षमता को दर्शाता है। इस क्लब में शामिल होना मेरे लिए गर्व की बात है।”