नई दिल्ली: टी20 सीरीज में जीत के बाद अब टीम इंडिया (Team India) की निगाहें अब वेस्टइंडीज के खिलाफ (India vs West Indies) वनडे सीरीज पर हैं. सीरीज का पहला मैच रविवार 15 दिसंबर को चेन्नई में खेला जाने वाला है. एक तरफ जहां भारत के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) अपनी जीत का सिलसिला कायम रखना चाहते हैं तो वहीं वेस्टइंडीज की टीम के कप्तान कीरोन पोलार्ड (Kieron Pollard) एक बार फिर अपने बल्लेबाजों की करिश्माई प्रदर्शन के भरोसे कड़ी टक्कर देंगे.
टीम इंडिया जीत रही है विंडीज से लगातार मैच
वैसे तो वेस्टइंडीज से पिछली दो सीरीज जीत चुकी टीम इंडिया का इस सीरीज में पलड़ा भारी है. टीम ने पिछली बार वेस्टइंडीज से वनडे मैच एक साल पहले पुणे में गंवाया था. लेकिन उस सीरीज में वेस्टइंडीज इसी मैच में ही जीत सका था. जबकि उससे पहला मैच टाई हो गया था. यह घरेलू सीरीज टीम इंडिया ने 3-1 से जीती थी. इसके बाद से टीम इंडिया को वेस्टइंडीज से किसी वनडे में हार नहीं मिली है.
चेन्नई में भारत का बेहतरीन रिकॉर्ड
वहीं चेन्नई में भी टीम इंडिया का रिकॉर्ड शानदार है. यहां दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ चार मैच खेल चुके हैं. इनमें से तीन मैचों टीम इंडिया ने जीते हैं. वहीं वेस्टइंडीज ने एक मैच जीता है. 8 साल पहले हुए यहां हुए दोनों मैचों में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग कर जीत हासिल की थी.
विराट हैं बेहतरीन फॉर्म में
टीम इंडिया में बल्लेबाजी की जिम्मेदारी रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली पर ही होगी जो कि टी20 सीरीज में बेहतरीन फॉर्म में हैं. विराट पिछले छह महीने से वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार फॉर्म में अगस्त में वेस्टइंडीज में हुई वनडे सीरीज के खेले जा सके दो मैचों में विराट ने शतक लगाए थे. वहीं शिखर धवन की जगह टीम में आए मयंक अग्रवाल को भी मौका मिल सकता है. लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि क्या विराट रोहित के साथ मयंक से पारी की शुरुआत कराते हैं या फिर केएल राहुल से.
अपने बल्लेबाजों पर निर्भर है विंडीज
वेस्टइंडीज की टीम एक बार फिर अपने बल्लेबाजों पर ज्यादा निर्भर होगी. शाई होप पिछली सीरीज में अफगानिस्तान के खिलाफ शानदार फॉर्म में थे. पोलार्ड को उनके अलावा शिमरोन हेटमायर ब्रैंडन किंग और इवान लुईस से भी काफी उम्मीदें होंगी. इसके अलावा रोस्टन चेस भी बढ़िया कर सकते हैं जिनका भारत के खिलाफ अच्छा रिकॉर्ड है.
गेंदबाजी दोनों खेमों की चिंता
गेंदबाजी दोनों ही खेमों की खासी चिंता है. दोनों ही टीम के गेंदबाज विकेट लेने के मामले में तो खतरनाक हैं ही लेकिन रन देना दोनों ही टीमों के कोच के लिए चिंता का सबब है. वेस्टइंडीज जहां अतिरिक्त रन देने की समस्या से परेशान है तो टीम इंडिया का स्पिन विभाग टी20 अपनी वह धार नहीं सका है जिसके लिए वह मशहूर है. चहल, कुलदीप और जडेजा के पास वापसी का दबाव जरूर होगा.