झारखंड,महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय वनडे और टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी नहीं थी बल्कि उन्हें पद छोड़ने को कहा गया था। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चयनकर्ताओं की ओर से धोनी को कहा गया कि अब उन्हें पद छोड़ना होगा। गौरतलब है कि जिस दिन धोनी ने कप्तानी छोड़ने का एलान किया था उसी दिन चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद नागपुर में झारखंड और गुजरात के रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के दौरान धोनी से मिले थे। धोनी के फैसले के बाद प्रसाद ने उनकी तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, ”मैं उनकी शानदार टाइमिंग की तारीफ करता हूं। वह जानते हैं कि विराट टेस्ट में खुद को गजब के कप्तान के रूप में साबित कर चुके हैं।”रिपोर्ट के अनुसार, धोनी की जगह विराट कोहली को वनडे और टी20 टीम की कप्तानी सौंपने की प्रकिया पिछले साल सितम्बर में ही शुरू हो गई थी। 21 सितम्बर 2016 को जब नई चयन समिति का गठन हुआ था उसी के साथ बदलाव की बात चलने लगी थी।
पांच सदस्यीय चयन समिति की ओर से धोनी को बताया गया कि उनकी नजरें 2019 के वर्ल्ड कप पर हैं और कोहली का समय अब आ चुका है। इसके बाद नागपुर में प्रसाद ने धोनी से फिर से इस बारे में बात की। धोनी ने बीसीसीआई को कप्तानी छोड़ने की जानकारी दे दी। वर्ल्ड कप 2015 के बाद वनडे में टीम इंडिया का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुसार नहीं रहा था। इसके चलते धोनी पर कप्तानी छोड़ने का दबाव बढ़ रहा था। दूसरी ओर विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने लगातार पांच टेस्ट सीरीज जीती और नंबर वन रैंक हासिल की। दक्षिण अफ्रीका से भारत घर में पांच वनडे की सीरीज 3-2 से हार गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उसे 4-1 से शिकस्त झेलनी पड़ी। पिछले साल न्यूजीलैंड से पांच वनडे मैचों की श्रंखला के दौरान भी भारत 3-2 से मुश्किल जीत दर्ज कर पाया था। भारत ने 2016 में छह वनडे जीते और सात हारे। टी20 में भी टीम इंडिया का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव वाला रहा। टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हराया और इसके बाद एशिया कप जीता। साथ ही श्रीलंका को 2-1 से मात दी। हालांकि वर्ल्ड टी20 में भारत सेमीफाइनल में हार गया था। इसके बाद अमेरिका में वेस्ट इंडीज से टी20 सीरीज भी 1-0 से गंवा दी थी।