लंदन |भारत दौरे पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 0-4 से मिली करारी शिकस्त के बाद अनुभवी टेस्ट कप्तान एलेस्टेयर कुक ने कप्तानी छोड़ दी है, लेकिन वे खिलाड़ी के रूप में खेलना जारी रखेंगे। इंग्लैंड के लिए 59 टेस्टों में कप्तानी करने वाले कुक ने अपने फैसले के बारे में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड(ईसीबी) के अध्यक्ष कॉलिन ग्रेव्स से रविवार शाम को चर्चा की थी और टेस्ट क्रिकेट खेलना जारी रखने के बारे में इंग्लैंड क्रिकेट के निदेशक एंड्रयू स्ट्रास तथा चयनकर्ताओं को सूचित कर दिया था।
कुक ने अगस्त 2012 में इंग्लैंड की कप्तानी संभाली थी और वे इंग्लैंड के सर्वाधिक मैचों में कप्तानी करने वाले कप्तान थे। उनके रिकॉर्ड में 2013 और 2015 में एशेज सीरीज जीत के अलावा भारत और दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीत शामिल है। उन्होंने 2010 और 2014 के बीच 69 वनडे मैचों में इंग्लैंड का नेतृत्व किया था जो इंग्लैंड का एक अन्य रिकॉर्ड है। कुक को हाल में भारत दौरे में पांच टेस्टों की सीरीज में 0-4 से हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लिश बोर्ड ने कुक का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। बोर्ड ने बताया है कि अगले टेस्ट कप्तान के लिए निर्धारित प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जो इंग्लैंड का 80वां टेस्ट कप्तान होगा। इस बात की जोरदार अटकलें हैं कि जो रूट को नया कप्तान बनाया जा सकता है।
भारत का खिलाफ हार के बाद संन्यास का सोचा :
32 वर्षीय कुक ने अपने फैसले की पुष्टि करते हुए कहा,alt148 इंग्लैंड का कप्तान बनना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान था। मेरे लिए यह गर्व की बात थी कि मैंने पांच वर्षाें तक टेस्ट टीम का नेतृत्व किया। कप्तानी छोड़ना निश्चित रूप से एक मुश्किल फैसला था लेकिन मेरे लिये कप्तानी छोड़ने का यह सही समय है।
30 शतक कुक के नाम
कुक इंग्लैंड के सर्वाधिक मैचों में कप्तानी करने वाले कप्तान रहे। उन्होंने पिछले किसी कप्तान के मुकाबले सर्वाधिक टेस्ट शतक (30 शतक, 53 अर्धशतक) बनाए और वेअब तक 140 टेस्टों में 11057 रन के साथ इंग्लैंड के रिकॉर्डधारी बल्लेबाज हैं। कप्तानी के अपने पांच सत्रों के दौरान कुक को 2012 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला अौर 2013 में वे आईसीसी के वर्ल्ड टेस्ट कप्तान बने। उन्हें 2011 में एमबीई और गत तीन फरवरी को सीबीई का सम्मान बकिंघम पैलेस में मिला।कुक ने कहा,’यह निजी रूप से मेरे लिए एक दुखद दिन है। लेकिन मैं उन सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं जिनकी मैंने कप्तानी की। मैं सभी कोचों, सपोर्ट स्टाफ, समर्थकों और बार्मी आर्मी का भी धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने देश में और देश से बाहर हमेशा मेरा समर्थन किया।’