लंदन में जारी वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के देविंदर सिंह कंग ने भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। बता दें कि 28 मई में कंधे की चोट से जूझ रहे थे। इसके बाद उन्होंने कमबैक कर फाइनल में अपना स्थान पक्का किया है। कंग ने तीसरे प्रयास में 84.22 मीटर भाला फेंक कर यह कीर्तिमान स्थापित किया।
कंग के अलावा नीरज चोपड़ा से भी देश को उम्मीदें थीं मगर वो फाइनल में जगह नहीं बना सके। ज्ञात हो कि भारत सन् 1983 से इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेता आया है। 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में ब्रॉन्ज मेडल जीता था मगर इसके अलावा 34 सालों से भारत की झोली में कोई भी पदक नहीं आया है।
फाइनल राउंड में पहुंचने पर देविंदर सिंह कंग ने कहा कि ‘मैं कुछ ऐसा करना चाहता था। जो अभी तक किसी भारतीय ने ना किया हो। ग्रुप बी में जो चल रहा था मुझे उसके बारे में कुछ पता नहीं था। बाद में आरके नय्यर ने मुझे इस बारे में बताया कि चोपड़ा चैंपियनशिप से बाहर हो गए हैं। हालांकि नीरज ने शानदार कोशिश की थी।’ गौरतलब है कि कंग को इससे पहले मारिजुआना टेस्ट में पाजिटिव भी पाया गया था बावजूद इसके उन्हें टीम में जगह मिली है।
वहीं महिला वर्ग की बात करें तो चेक गणराज्य की बारबोरा स्पोताकोवा ने यहां जारी आईएएएफ विश्व चैम्पियनशिप में महिलाओं की भालाफेंक स्पर्धा में सोने पर कब्जा जमाया। स्पोताकोवा ने दूसरी बार विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले, 2007 में उन्होंने ओसाका में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। 7 अगस्त को ओलंपिक स्टेडियम में खेली गई स्पर्धा में 66.76 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर उन्होंने स्वर्ण हासिल किया था।