पल्लेकेले । भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 45) ने एक बार फिर बताया है कि उन्हें विश्व का बेस्ट फिनिशर क्यों कहा जाता है। धौनी ने भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 53) के साथ मिलकर पल्लेकेले स्टेडियम में दूसरे वनडे मैच में श्रीलंका के मुंह से जीत छीनते हुए भारत को तीन विकेट से विजयी बनाया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निधार्रित 5० ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 236 रन बनाए थे, लेकिन दूसरी पारी शुरू होने से पहले बारिश आ गई और भारत को 47 ओवरों में 231 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला, जिसे उसने सात विकेट खोकर 44.2 ओवरों में हासिल कर लिया।
हालांकि उसकी इस जीत में श्रीलंका के स्पिनर गेंदबाज अकिला धनंजय रोड़ा बने, जिन्होंने छह विकेट लेकर एक समय भारत का स्कोर सात विकेट के नुकसान पर 131 रन कर दिया था। लेकिन धौनी और भुवनेश्वर ने मिलकर उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया और अपनी टीम को पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-० से आगे कर दिया। भुवनेश्वर का यह वनडे में पहला अर्धशतक है। आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के रोहित शर्मा (54) और शिखर धवन (49) ने शुरुआत तो बेहद मजबूत दी थी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 1०9 रन जोड़े थे। अकिला ने 16वें ओवर की तीसरी गेंद पर रोहित को आउट कर भारत को पहला झटका दिया। दूसरा विकेट धवन को आउट कर श्रीवर्दने ने लिया। वह 113 के कुल स्कोर पर आउट हुए। यहां से अकिला टीम इंडिया पर हावी हो गए और देखते-देखते उन्होंने टीम के बल्लेबाजों को एक के बाद एक लपेटना शुरू कर दिया। श्रीलंका में 13 बॉल पर पांच विकेट लेकर भारत की कमर तोड़ दी। मैद को अपनी मुट्ठी में करने के लिए आगे बढ़ते हुए श्रीलंका ने अपना दूसरा शिकार केदार जाधव (1) को बनाया। जाधव अकिला की गेंद पर बोल्ड हो गए। फिर अकिला ने अपनी गूगली में भारतीय कप्तान विराट कोहली को जकड़ा। विराट महज चार रन जोड़कर पवेलियन लौट गए। कोहली के बाद लोकेश राहुल (4) और हार्दिक पांड्या भी अकिला का शिकार बने। दिग्गजों को पवेलियन लौटाने वाले अकिला ने अक्षर पटेल को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने पटेल को 131 के कुल स्कोर पर अपना छठा शिकार बनाया।
धौनी दूसरे छोर पर इस उम्मीद में खड़े थे कि उन्हें किसी बल्लेबाज का समर्थन मिलेगा और उनकी इस उम्मीद को भुवनेश्वर ने पूरा किया। यहां से इस जोड़ी ने मैदान पर अपने कदम जमाए और जाने का नाम नहीं लिया। और 100 रनों की साझेदारी के साथ टीम इंडिया ने जीत पर कब्जा कर लिया। भुवनेश्वर ने अपनी नाबाद पारी में 8० गेंदों का सामना किया और चार चौके तथा एक छक्का लगाया। वहीं धौनी ने 68 गेंदें खेलीं और सिर्फ एक चौका मारा। धौनी ने न सिर्फ अपने आप को संभाला बल्कि भुवनेश्वर कुमार को साथ लेकर खेलते रहे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए श्रीलंकाई कप्तान उपुल थरंगा ने छह गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, लेकिन सभी विफल रहे। इससे पहले, भारतीय कप्तान कोहली ने टॉस जीतकर श्रीलंका को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारतीय गेंदबाजों ने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित किया और मेजबान टीम के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई भी मौका नहीं दिया।