नई दिल्ली। ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधु का सामना एक बार फिर खिताबी मुकाबले में चीनी ताइपे की दिग्गज ताई जु यिंग से होगा। इस बार सिंधु को रविवार को होने वाले इस मुकाबले में मौजूदा विजेता और शीर्ष विश्व वरीयता प्राप्त यिंग से खिताब छीनना होगा और पिछले साल इसी टूर्नामेंट के फाइनल में मिली हार का बदला भी पूरा करना होगा। उल्लेखनीय है कि सिंधु ने महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में शनिवार को थाईलैंड की रातचानोक इंतानोन को मात दी।
तीसरी विश्व वरीयता प्राप्त सिंधु ने 43 मिनट तक चले इस मैच में छठी विश्व वरीयता प्राप्त इंतानोन को सीधे गेमों में 21-17, 21-17 से मात देकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा। यिंग ने शनिवार को ही खेले गए सेमीफाइनल मैच में दक्षिण कोरिया की सुंग जी ह्यून 52 मिनट में 21-9, 18-21, 21-7 से मात देकर फाइनल में प्रवेश किया। सिंधु अगर इस खिताब को जीतती हैं, तो वह सायना नेहवाल के बाद इस पर कब्जा जमाने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बन जाएंगी। सायना ने 2010 में इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया था।
रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता सिंधु के लिए हालांकि, ऑल इंग्लैंड चैम्पियन से खिताब छीनना मुश्किल होगा। सिंधु और यिंग के बीच अब तक नौ मुकाबले हो चुके हैं, जिसमें से सात में यिंग ने भारतीय खिलाड़ी को दोयम साबित किया है, वहीं सिंधु केवल दो बार ही यिंग को मात दे पाईं हैं। रोमांचक बात यह है कि पिछले साल भी सिंधु ने हांगकांग ओपन के फाइनल में प्रवेश किया था और यिंग से ही खिताबी मुकाबले में उनकी भिड़ंत हुई थी। हालांकि, किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वह इतने करीब होने के बावजूद खिताब से वंचित रह गईं। इस बार सिंधु न केवल खिताब जीतने की कोशिश करेंगी, बल्कि यिंग से अपनी हार का बदला भी लेने का हर भरसक प्रयास करेंगी।