प्रदेश के 28 खिलाड़ी शिखर सम्मान से अलंकृत,खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राज्य सिंधिया ने कहा कि दिल और दिमाग में जीत हासिल करने का जज्बा ही जीत को पक्का करता है।
भोपाल:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने एकलव्य पुरस्कार विजेताओं को शासकीय नौकरी देने अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को बिना परीक्षा के पुलिस में उपनिरीक्षक, आरक्षक के पद पर नियुक्ति देने और अन्य शासकीय विभागों में भी ऐसी व्यवस्था करने की घोषणा की है। श्री चैहान आज मध्यप्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2017 कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, विधायक, गणमान्य नागरिक, खेल प्रेमी और खिलाड़ी उपस्थित थे।इस अवसर पर केन्द्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि कानून बनाकर केन्द्रीय सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिये निर्धारित पदों के आरक्षण की व्यवस्था की जायेगी। खिलाड़ियों के लिये आरक्षित पद पर उम्मीदवार नहीं मिलने पर रिक्त पद अगले वर्ष की रिक्तियों में जोड़ दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि जिन्दगी खेल के बिना अधूरी है। राजनीति में खेल आ जाये तो चमत्कार होता है, लेकिन खेलों में राजनीति नहीं आनी चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जिस विजन के साथ राष्ट्र निर्माण का कार्य हो रहा है, उसमें 2020 के ओलंपिक में भारत पदकों का रिकार्ड बनायेगा। खेलों में देश में नया इतिहास रचा जा रहा है। मध्यप्रदेश भी इसमें अग्रणी रहेगा। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में यह दिख रहा है। भारत की महिला हॉकी टीम में आधे खिलाड़ी मध्यप्रदेश की हॉकी अकादमियों के हैं। अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश के 80 खिलाड़ियों ने प्रतिभागिता की, जिनमें से 46 ने पदक प्राप्त किये। उन्होंने पालकों से कहा कि बच्चों को खेलने-कूदने और मस्ती करने का अवसर भी दें। जो बच्चे पढ़ना चाहते हैं और जो खेलना चाहते हैं, दोनों के साथ प्रदेश की सरकार है। मेधावी बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस राज्य सरकार द्वारा भरवाये जाने की योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि खेलने वाले बच्चों को भी पीछे नहीं रहने दिया जायेगा। बच्चे राज्य का भविष्य हैं, उनकी हर आवश्यकता को पूरा किया जाएगा।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राज्य सिंधिया ने कहा कि दिल और दिमाग में जीत हासिल करने का जज्बा ही जीत को पक्का करता है। पैरा ओलम्पियन खिलाड़ियों के जीवन संघर्ष का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने चुनौतियों का सामना संकल्प और कठोर परिश्रम से किया और सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने आज दो सौ करोड़ का बजट खेलों को उपलब्ध कराया है। उन्होंने खेलों में अनुशासन को जरूरी बताते हुए कहा कि अनुशासन में रहकर किए गए परिश्रम से जीत सुनिश्चित है।
इस अवसर पर रियो पैरा ओलम्पिक के पदक विजेताओं सुश्री दीपा मलिक को चालीस लाख रुपये, श्री देवेन्द्र झांझरिया को पचास लाख रुपये, मरियप्पन थंगावेलू को पचास लाख रुपये और वरुण सिंह भाटी को पच्चीस लाख रुपये तथा रियो ओलम्पिक-2016 में महिला कुश्ती में कांस्य पदक विजेता सुश्री साक्षी मलिक को पच्चीस लाख रुपये की सम्मान निधि से सम्मानित किया गया। भारतीय महिला हॉकी दल में मध्यप्रदेश राज्य महिला हॉकी अकादमी की सुश्री अनुराधा देवी, पी. सुशीला चानू, रेणुका यादव तथा एल. फैली को 5-5 लाख रुपये की सम्मान निधि दी गई। वर्ष 2017 के लिये एकलव्य, विक्रम एवं विभिन्न खेल पुरस्कारों के लिए प्रदेश के कुल 28 खिलाड़ियों को शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया।
यह खेल हस्तियाँ हुई सम्मानित
इस वर्ष के एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों में सुश्री मनीषा कीर (शूटिंग) भोपाल, सुश्री प्रत्यक्षा सोनी (साॅफ्ट टेनिस) भोपाल, श्री प्रियम जैन (वूशू) अशोकनगर, सुश्री माला कीर (क्याकिंग-कैनोइंग) भोपाल, सुश्री सुदीप्ती हजेला (घुड़सवारी) इन्दौर, श्री तितिक्षा मराठे (तैराकी) इन्दौर, श्री विश्वजीत सेंधव (रोइंग) भोपाल, सुश्री हर्षिता तोमर (सेलिंग) भोपाल, श्री पीयूष सिंह (वेटलिफ्टिंग) जबलपुर, श्री पलाश समाधिया (कराते) शिवपुरी, सुश्री अंचित कौर (फेंसिंग) ग्वालियर, सुश्री ज्योति पारखे ( साॅफ्टबाॅल) इन्दौर, श्री आकाश रूडेले (कबड्डी) इन्दौर तथा सुश्री ईशिका शाह (विलियर्ड-स्नूकर) इन्दौर शामिल है। इसी तरह विक्रम पुरस्कार श्री प्र्रिंस परमार (क्याकिंग-कैनोइंग) टीकमगढ़, सुश्री स्वेच्छा जाटव (वूशू) जबलपुर, श्री संजय सिंह राठौड़ (शूटिंग) आगर-मालवा, सुश्री सोना कीर (रोइंग) भोपाल, श्रीमती रीना सिंधिया (कराते) जबलपुर, सुश्री शैला चाल्र्स (सेलिंग) भोपाल, श्री अफ्फान यूसुफ (हाॅकी) भोपाल, श्री नरेन्द्र समेलिया (खो-खो) इन्दौर, सुश्री सरिता रैकवार (पाॅवरलिफ्टिंग) जबलपुर और श्री धर्मेन्द्र अहिरवार (तैराकी-दिव्यांग) ग्वालियर को प्रदान किया गया। वर्ष 2017 का विष्वामित्र पुरस्कार सुश्री तरूणा चावरे (मल्लखम्ब) उज्जैन और श्री दविन्दर सिंह खनूजा (पाॅवरलिफ्टिंग) इन्दौर को प्रदान किया गया। स्व. श्री प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार-2017 मल्लखम्ब खेल को प्रोत्साहन देने के लिए स्थापित इस वर्ष का स्व. श्री प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार मल्लखम्ब खिलाडी श्री चन्द्रशेखर चैहान उज्जैन को प्रदान किया गया। स्व. श्री प्रभाकर कुलकर्णी, इन्दौर को मरणोपरांत उनके क्रिकेट, खो-खो एवं कबड्डी में किए गए उल्लेखनीय योगदान के लिए लाईफ टाईम अचिव्हमेंट पुरस्कार प्रदान किया गया।