जकार्ता। इंडोनेशिया में हुए एशियन गेम्स में भारत ने कुल 69 मेडल जीते. इनमें 15 गोल्ड, 24 सिल्वर और 30 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. एशियन गेम्स में शामिल 45 देशों की मेडल लिस्ट में भारत 8वें नंबर रहा. भारत ने इस प्रदर्शन के साथ ही एशियन गेम्स में सबसे अधिक मेडल जीतने का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया. उसने इससे पहले 2010 में सबसे अधिक 65 मेडल जीते थे. भारतीय खिलाड़ियों ने इसके अलावा सबसे अधिक गोल्ड के अपने 67 साल पुराने रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली. भारत ने 1951 में अपनी मेजबानी ही में हुए पहले एशियन गेम्स में 15 गोल्ड, 16 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज के साथ कुल 51 मेडल जीते थे.
40 खेलों के 67 इवेंट
18वें एशियन गेम्स जकार्ता और पालेमबांग में 18 अगस्त से दो सितंबर के बीच हुए. इसमें 40 खेलों के 67 इवेंट शामिल थे. भारत ने इनमें से 34 खेलों में हिस्सा लिया. उसे 18 खेलों में मेडल मिले. भारत ने सबसे अधिक 19 पदक एथलेटिक्स में जीते. एथलीटों ने सात गोल्ड, 10 सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए. दूसरे नंबर शूटर रहे, जिन्होंने 2 गोल्ड समेत नौ मेडल भारत की झोली में डाले. तीसरे नंबर पर कुश्ती रही. भारतीय पहलवानों ने दो गोल्ड समेत तीन मेडल जीते. एशियन गेम्स में 45 देशों के करीब 10,000 खिलाड़ियों ने भाग लिया.
एथलेटिक्स में भारत ने 7 गोल्ड मेडल जीते
जकार्ता में भारत के लिए सबसे अधिक पदक एथलेटिक्स में आए. एथलीटों ने सबको चौकाते हुए 7 स्वर्ण, 10 रजत और 2 कांस्य के साथ कुल 19 पदक अपने नाम किए. एथलेटिक्स की कई स्पर्धाओं में भारतीय खिलाड़ियों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए चौंकाने वाले परिणाम दिए. भारत ने पुरुष 800 मीटर, पुरुष 1500 मीटर, पुरुष गोला फेंक, पुरुष भाला फेंक, पुरुषों के तिहरी कूद, महिलाओं की 4 गुणा 400 मीटर रिले, महिला हेप्टाथलान में स्वर्ण हासिल किए. गोला फेंक में तजिंदरपाल सिंह तूर ने एशियाई रिकार्ड के साथ भारतीय तिरंगा फहराया.
भारतीय निशानेबाज
शूटिंग से भारत को काफी उम्मीदें थीं. भारतीय निशानेबाजों ने निराश नहीं किया और 2 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य के साथ कुल 9 पदकों पर कब्जा किया. कुश्ती में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और खिलाड़ी केवल दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक ही जीत पाए. इसके अलावा ब्रिज, नौकायन और टेनिस की विभिन्न स्पर्धाओं में भारत ने एक स्वर्ण और दो कांस्य के साथ कुल तीन-तीन पदक हासिल किए.
अमित का ‘गोल्डन पंच’
भारतीय मुक्केबाज अच्छा खेल नहीं दिखा पाए और भारत एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक ही जीत पाया, 14वें दिन अमित पंघल ने भारत को एकमात्र स्वर्ण दिलाया. भारत को तीरंदाजी और घुड़सवारी में दो-दो रजत पदक मिले. स्क्वॉश की विभिन्न स्पर्धाओं में भारतीय खिलाड़ियों का नसीब अच्छा नहीं रहा और उन्हें एक रजत और चार कांस्य पदक के साथ ही संतोष करना पड़ा. सेलिंग में भारतीय खिलाड़ियों ने अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए एक रजत और दो कांस्य पदक जीते.