तिरुवनंतपुरम। भारत ने तिरुवनंतपुरम वनडे में वेस्टइंडीज को 9 विकेट से मात देकर पांच मैचों की वनडे सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमा लिया. भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज को 31.5 ओवरों में सिर्फ 104 रनों पर ही ढेर कर दिया था. इस आसान से लक्ष्य को भारत ने 14.5 ओवरों में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया.
इस तरह यह वनडे मैच जो कुल 100 ओवर का होता है. वह 50 ओवर के अंदर ही खत्म हो गया. यह वनडे 46 ओवर तक चला. सीरीज का दूसरा मैच टाई रहा था जबकि तीसरे मैच में विंडीज को जीत मिली थी. भारतीय टीम ने 211 गेंदें बाकी रहते मैच जीता. वनडे में सर्वाधिक गेंदें बाकी रहते मैच जीतने की बात करें, तो टीम इंडिया की यह दूसरी बड़ी जीत है. इससे पहले उसने 2001 में केन्या को ब्लोमफोंटेन में 231 गेंदें शेष रहते मात दी थी.
भारत के लिए सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 55 गेंदों में पांच चौके और चार छक्कों की मदद से नाबाद 63 रन बनाए. उनके अलावा विराट कोहली ने नाबाद 33 रनों का पारी खेली. शिखर धवन (6) के रूप में भारत ने अपना एकमात्र विकेट खोया. 105 रनों के लक्ष्य हासिल करने के लिए रोहित शर्मा ओर शिखर धवन ने भारतीय पारी की शुरुआत की. धवन (6) ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और ओशाने थॉमस के शिकार हुए. रोहित शर्मा और विराट कोहली तिरुवनंतपुरम वनडे में दूसरे विकेट के लिए 99 रनों की अटूट साझेदारी कर रिकॉर्ड बुक में शामिल हो गए हैं. इस जोडी ने वनडे में 4000 रनों की भागीदारी पूरी की. रोहित ओर विराट ने केवल 66 पार्टनरशिप कर इतने रन हासिल किए, जबकि राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली की जोड़ी को 4000 रनों की पार्टनरशिप पूरी करने के लिए 80 साझेदारियां करनी पड़ी थीं.
वेस्टइंडीज की पारी 104 रनों पर सिमटी यह भारत के खिलाफ वनडे में सबसे कम स्कोर है
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 31.5 ओवरों 104 रनों पर सिमट गई और टीम इंडिया को जीत के लिए 105 रनों का टारगेट मिला. वेस्टइंडीज के सिर्फ 3 ही बल्लेबाज दोहरे अंकों तक पहुंच पाए हैं. इंडीज टीम के लिए कप्तान जेसन होल्डर ने सबसे ज्यादा 25 रन बनाए. उनके अलावा मार्लोन सैमुअल्स 24 रन और रोवमैन पॉवेल 16 रन ही बना पाए. यह वेस्टइंडीज का भारत के खिलाफ वनडे में सबसे कम स्कोर है. इससे पहले उसका भारत के खिलाफ सबसे कम स्कोर 121 था जो उसने 27 अप्रैल 1997 को पोर्ट ऑफ स्पेन में बनाया था. भारतीय गेंदबाजों खासकर रवींद्र जडेजा के आगे विंडीज के बल्लेबाज कुछ भी नहीं कर पाए.
जडेजा सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए, उन्होंने अपनी फिरकी के सहारे 9.5 ओवरों में एक मेडन के साथ 34 रन देकर 4 विकेट निकाले. रवींद्र जडेजा ने चार विकेट अपने नाम किए. जसप्रीत बुमराह और खलील अहमद को दो-दो विकेट मिले. भुवनेश्वर कुमार और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट लिया.