एडिलेड। एडिलेड ओवल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से पीट दिया है. इसी के साथ ही विराट की सेना ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है. भारत ने 10 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट मैच जीता है. आखिरी बार भारत को 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में जीत मिली थी. एडिलेड ओवल की बात करें, तो भारत को 15 साल बाद यहां जीत मिली है. आखिरी बार एडिलेड में भारत 2003 में टेस्ट मैच जीता था. जब द्रविड़ ने टीम इंडिया को 4 विकेट से यादगार जीत दिलाई थी. एडिलेड ओवल में भारत अपना 12वां टेस्ट मैच खेलने उतरा था।
ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत को 45 टेस्ट मैचों में छठी जीत हासिल हुई. इस मैच में कंगारू गेंदबाजों ने टीम इंडिया को पहली पारी में 250 रनों पर समेट दिया. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने भी ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 235 रनों पर ऑलआउट कर दिया. भारत को पहली पारी के आधार पर 15 रनों की बढ़त मिल गई. भारत की दूसरी पारी 307 रन पर सिमट गई. इसी के साथ ही ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 323 रनों का टारगेट मिला. लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम को दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने 291 रन पर ऑलआउट कर इतिहास रच दिया। अब सीरीज का दूसरा टेस्ट 14-18 दिसंबर तक पर्थ में खेला जाएगा. भारत की इस जीत में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी के साथ-साथ रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी ने अहम भूमिका निभाई है. भारत के लिए अश्विन, बुमराह और शमी ने तीन-तीन विकेट लिए, वहीं ईशांत को एक सफलता मिली। एडिलेड टेस्ट में भारत की जीत के नायक चेतेश्वर पुजारा रहे. उन्होंने भारत की पहली पारी में 123 रनों की जुझारू पारी खेली, जिसकी बदौलत टीम ने 250 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया. इतना ही नहीं भारत की दूसरी पारी में भी उन्होंने 71 रनों की बशकीमती पारी खेली. चेतेश्वर पुजारा को ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड मिला.
ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी की शुरुआत मुश्किल साबित हुई पहले ओवर में गेंदबाजी करने आए ईशांत शर्मा ने दूसरी ही गेंद पर एरॉन फिंच को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. जिसके बाद फिंच ने DRS लिया और रिप्ले में साफ हुआ कि गेंद नो बॉल है. इस तरह फिंच को जीवनदान मिल गया.
28 रन के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका लगा. इस बार फिंच भाग्यशाली नहीं रहे और रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर विकेट के पीछे पंत को कैच दे बैठे. फिंच 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. शमी ने 44 रन के स्कोर पर मार्कस हैरिस को पंत के हाथों कैच आउट कराकर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दे दिया. हैरिस 26 रन बनाकर आउट हुए. उन्होंने अपनी पारी में 3 चौके लगाए।
अश्विन ने उस्मान ख्वाजा को रोहित शर्मा के हाथों कैच करा कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई. ख्वाजा 8 रन बनाकर आउट हुए.
इसके बाद शमी ने पीटर हैंड्सकॉम्ब और शॉन मार्श के बीच बन रही पार्टनरशिप पर ब्रेक लगा दिया. हैंड्सकॉम्ब शमी की गेंद पर पुजारा को आसान सा कैच दे बैठे. हैंड्सकॉम्ब 40 गेंदों में 14 रन बनाकर आउट हुए।
सोमवार को भारत को पहली सफलता ईशांत शर्मा ने दिलाई. उन्होंने ट्रेविस हेड (14) को अपना शिकार बनाया. अजिंक्य रहाणे ने गली पोजिशन पर कैच लपका. 115 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां झटका लगा।
शॉन मार्श (60) को जसप्रीत बुमराह ने पवेलियन लौटाया. विकेट के पीछे ऋषभ पंत ने मार्श का बेशकीमती कैच लपका। 156 के स्कोर पर कंगारुओं को छठा झटका लगा। शॉन मार्श और टिम पेन ने छठे विकेट के लिए 41 रन जोड़े।
कप्तान टिम पेन (41) को ऋषभ पंत ने लपका, जसप्रीत बुमराह ने यह विकेट हासिल किया. ऑस्ट्रेलिया को 187 रनों पर सातवां झटका लगा।
मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 101वें ओवर में मिशेल स्टार्क को ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट करा कर भारत को राहत दिलाई. स्टार्क ने कमिंस के साथ मिलकर 41 रनों की पार्टनरशिप कर ली थी. स्टार्क 44 गेंदों में 28 रन बनाकर आउट हुए।
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भारत को जीत के लिए अब दो विकेट चाहिए थे. यहां कमिंस ने नाथन लियोन (38) के साथ मिलकर भारतीय टीम के गेंदबाजों को थोड़ा परेशान किया, लेकिन आखिरकार सफलता हासिल करते हुए 259 के स्कोर पर टीम कमिंस का विकेट गिराने में सफल रही. कमिंस को बुमराह ने कोहली के हाथों कैच आउट कर पवेलियन भेजा.
भारत को ऐतिहासिक जीत के लिए अब केवल एक विकेट की जरूरत थी लेकिन लियोन ने इस जीत को आसान नहीं होने दिया. वह किसी तरह संभलकर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य तक पहुंचाने की कोशिश में थे और वह ऐसा करने में सफल भी हो जाते।
लियोन ने जोश हेजलवुड (13) के साथ 32 रन जोड़कर टीम को 291 के स्कोर पर पहुंचा दिया था और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 31 रनों की दरकार थी, लेकिन इसी स्कोर पर अश्विन ने हेजलवुड का विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई। वह लोकेश राहुल के हाथों लपके गए। ऑस्ट्रेलिया की पारी 291 रनों पर समाप्त हो गई।